झारखंड के मुख्यमंत्री पद से हेमंत सोरेन (Hemant Soren) के इस्तीफा देने के एक दिन बाद वरिष्ठ आईएएस अधिकारी विनय कुमार चौबे (Vinay Kumar Choubey) ने गुरुवार को कहा कि उन्होंने मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव का पदभार छोड़ दिया है. चौबे ने अन्य अतिरिक्त प्रभार भी छोड़ दिए हैं. विनय चौबे ने कहा, ‘‘मैं मुख्यमंत्री का प्रधान सचिव था,. जब मुख्यमंत्री ने इस्तीफा दिया तो मुझे प्रधान सचिव पद छोड़ना पड़ा. मैंने अन्य सभी अतिरिक्त प्रभार भी छोड़ दिए हैं. मैं नई पदस्थापना का इंतजार कर रहा हूं.’’ आईएएस अधिकारी विनय चौबे को जून 2021 में सीएम सोरेन का सचिव बनाया गया था.
प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के अधिकारियों द्वारा सात घंटे तक पूछताछ किए जाने के बाद कथित भूमि घोटाले से जुड़े धन शोधन मामले में सोरेन को बुधवार रात गिरफ्तार कर लिया गया था. उधर, हेमंत सोरेन द्वारा मनी लॉन्ड्रिंग मामले में ईडी द्वारा उनकी गिरफ्तारी को हाई कोर्ट में चुनौती दी गई थी जिस पर सुनवाई हुई. सोरेन की ओर से पूर्व केंद्रीय मंत्री कपिल सिब्बल पेश हुए और उन्होंने कोर्ट को बताया कि जेएमएम नेता को ईडी द्वारा गलत तरीके से गिरफ्तार किया गया है. इस गिरफ्तारी के खिलाफ हेमंत सोरेन ने सुप्रीम कोर्ट का भी रुख किया है.
उधर, सुुप्रीम कोर्ट के चीफ जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़, जस्टिस जेबी पारदीवाला और जस्टिस मनोज मिश्रा की पीठ शुक्रवार को झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री की याचिका पर सुनवाई के लिए तैयार हो गई है. सोरेन की ओर से पेश वकील कपिल सिब्बल और वरिष्ठ वकील अभिषेक सिंघवी ने कोर्ट को बताया कि जेएमएम नेता झारखंड उच्च न्यायालय से अपनी याचिका वापस ले लेंगे. वहीं, महाधिवक्ता राजीव रंजन ने कहा कि भले ही यह मामला शुक्रवार को हाई कोर्ट में सुनवाई के लिए सूचीबद्ध किया गया है लेकिन सीएम सोरेन मामले को वहां से वापस ले लेंगे. उधर, हेमंत सोरेन को गुरुवार को ईडी ने कोर्ट में पेश किया जहां से उन्हें न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है.