अगर आपको लगता है कि लाख मेहनत के बाद भी आपको वैसा फल नहीं मिल रहा है, जैसा आप चाहते हैं। तो ये धार्मिक कार्य करने से आपके भाग्य चमक सकते हैं। खास बात यह है कि इसके लिए आपको अपने ईष्ट देव के प्रति आस्था,विश्वास और श्रद्धा तथा भक्ति बहुत ही जरूरी है। पण्डित आचार्य वीरेंद्र मणि शास्त्री “सोहास” के मुताबिक अगर आप इन उपायों को अपनातें है तो जल्द ही चमकेगी आपकी किस्मत। चलिए जानतें हैं आखिर कौन से हैं वो उपाय जिनसे पूर्ण होगी आपकी हर मनोकामना।
शिव जी की आराधना : सावन में शिव पूजा का विशेष महत्व है,लेकिन अगर आप पूरे साल शिव की आराधना,पूजा करते हैं तो उनका प्रेम आप पर जरूर बना रहेगा। सबसे खास बात यह है कि भगवान शिव मात्र एक लोटा जल से प्रसन्न हो जाते हैं।
गौ माता की सेवा : गाय में सभी देवी-देवताओं का निवास हमारे हिन्दू धर्मशास्त्रों में बताया गया है। हर रोज पहली रोटी गाय को खिलाएं और बुधवार को हरा चारा गाय को डालें।तो आप देखेंगे की जीवन से निराशा खत्म होते देर न लगेगी।
गीता और मानस पाठ : कलयुग में जीवन जीने के जितने साधारण और सहज सूत्र गीता में श्रीकृष्ण ने अर्जुन को और श्री रामचरित मानस में गोस्वामी तुलसीदास जी ने समस्त साधारण मनुष्य को दिए हैं, उतने साधारण सूत्र कहीं और मिलना बड़ी मुश्किल है। रोज गीता पाठ करने से या श्री रामचरित मानस का पाठ करने से आत्मा शुद्ध होती है और आत्मबल मजबूत होता है।
एकादशी व्रत : हिंदू धर्मशास्त्रों में एकादशी व्रत का विशेष महात्म बताया गया है। यह व्रत भगवान विष्णु को समर्पित है। एक साल में 24 एकादशी व्रत होते हैं, जो लोग सभी एकादशी का व्रत पूर्ण विधि विधान से धारण करते हैं, उन पर भगवान विष्णु की सदैव कृपा बनी रहती है। यदि आपके लिए व्रत करना संभव नहो तो तो आप रोज लक्ष्मी माता संग भगवान विष्णु की पूजा करके परमपिता परमेश्वर की कृपा प्राप्त कर सकते हैं। जिस घर में नियमित रूप से भगवान विष्णु जी की पूजा होती है, उस घर में सदैव लक्ष्मी का वास बना रहता है, ऐसी धार्मिक मान्यता है।
सत्यवादी आचरण : जो व्यक्ति शास्त्रों में बताए गए नियमों के अनुसार जीवन जीता है, उसे कभी किसी का ना तो भय नहीं सताता है और ना तो जीवन में दुख का सामना करना पड़ता है। ऐसे व्यक्ति के जीवन में सदैव सुख-शांति बनी रहती है।
पवित्र पौधों को जल देना : जीवन में दुखों का सामना कर रहे जातक हर रोज पवित्र पौधे पीपल,तुलसी,शमी,मन्दार को जल अर्पित करें और हर रोज सुबह-शाम इन्हें धूप-दीप अर्पित करें तो जीवन में खुशहाली मिलने की अपार सम्भावना रहती है।
सूर्य देव को अर्घ्य देना : सूर्य देव को कलयुग में साक्षात देवता तथा जीवन दायक माना जाता है। यदि सूर्योदय न हो तो पृथ्वी पर जीवन की कल्पना भी निरर्थक है। जिन जातकों को जीवन में घोर निराशा का सामना करना पड़ रहा हो, वह जातक हर रोज स्नान के बाद ताम्र पात्र से सूर्य देव को जल अर्पित करें। जल अर्पित करते समय इसमें थोड़ी-सी रोली और अक्षत अवश्य डाल लें।ऐसा करने से जीवन के कष्ट दूर होंगे।