कर्नाटक के मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई (Karnataka Chief Minister Basavaraj Bommai) ने बुधवार को शहर के बारिश प्रभावित इलाकों का दौरा किया और दो प्रवासी कामगारों के परिवारों को पांच-पांच लाख रुपये के मुआवजे की घोषणा की, जिनकी भारी बारिश के बाद एक पाइपलाइन का काम करते हुए मौत हो गई थी.
बता दें कि बिहार के देवब्रथ और उत्तर प्रदेश के अंकित कुमार की बेंगलुरु में पाइपलाइन प्रोजेक्ट में काम करने के दौरान डूबने से मौत हो गई. उनके शव बुधवार को बरामद किए गए. वे अंदर काम कर रहे थे, जब शाम 5 बजे तक बारिश तेज हो गई, शाम 7 बजे तक जल स्तर बहुत अधिक हो गया था जिससे उनका बाहर निकलना मुश्किल हो गया था.
मुख्यमंत्री बोम्मई ने उन लोगों के लिए 25,000 रुपये मुआवजे की भी घोषणा की, जिनके घर बारिश के पानी से भर गए थे. बताया जा रहा है कि शहर के हजारों घरों में पानी भर गया है. उन्होंने कहा कि जहां आवश्यक हो वहां भोजन की व्यवस्था की जा रही है.
वहीं रिहायशी इलाकों में पानी के बार-बार बहने के बारे में पूछे जाने पर बोम्मई ने कहा कि यह शहर के भौगोलिक इलाके के कारण है. 800 किलोमीटर बरसाती पानी की नालियों का काम पूरा किया जाना है, जबकि 400 किलोमीटर पर अभी काम पूरा होना बाकी है. इस साल, हम काम शुरू करेंगे और इसे पूरा करेंगे. साथ ही बरसाती पानी के नालों पर अतिक्रमण कर लिया गया है. जब भी तेज बारिश होती है, तो नाले ओवरफ्लो हो जाते हैं, जिससे परेशानी होती है. ड्रेनेज सिस्टम की मरम्मत कई वर्षों से लंबित है और इसका स्थायी समाधान निकाला जाएगा.
बोम्मई ने कहा, “मैंने इस उद्देश्य के लिए 1600 करोड़ रुपये आवंटित किए हैं.” लगातार बारिश ने दक्षिण कन्नड़, उत्तर कन्नड़ और उडुपी के तटीय जिलों में तबाही मचाई है. मैसूर जिला भी बारिश से प्रभावित है.
भारत मौसम विज्ञान विभाग ने चेतावनी दी है कि बारिश तीन और दिनों तक जारी रहेगी. इसने राज्य के तटीय जिलों और पहाड़ी क्षेत्रों में बुधवार के लिए रेड अलर्ट जारी किया है.
जानकारों का कहना है कि दक्षिण-पश्चिम अरब सागर में चक्रवात की वजह से अगले 24 घंटों में आंधी-तूफान के साथ भारी बारिश और बिजली गिरने की संभावना है. बेंगलुरु में बुधवार को बूंदाबांदी हुई. हालांकि, मंगलवार देर रात शहर में हुई भारी बारिश ने सामान्य जनजीवन को अस्त-व्यस्त कर दिया. बेंगलुरु केम्पेगौड़ा अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डा राजमार्ग पर यातायात बाधित हो गया. दो घंटे से अधिक समय तक वाहन सड़क पर फंसे रहे.