भाई-बहन के असीम स्नेह का त्यौहार रक्षाबंधन आज देश भर में धूमधाम से मनाया जा रहा है लेकिन इस बार भी इस इस पवित्र त्योहार पर भद्रा का साया है। भद्रा में शुभ कार्य वर्जित होता हैं इसलिए इस समय राखी नहीं बांधी जाती।
आईये हम आपको बताते है कि आखिर भद्रा काल में राखी क्यों नहीं बांधी जाती है? दरअसल बताया जाता है कि सूपनखा मे अपने भाई रावण को भद्रा में राखी बांधी थी, जिसके कारण रावण का विनाश हो गया और यही कारण है कि भद्रा में राखी नहीं बांधी जाती।
वैसे पुराणों में कहा गया है कि भद्रा काल के समय भगवान शिव तांडव करते हैं और वो काफी गुस्से में होते हैं, ऐसे में अगर उस समय कुछ भी शुभ काम करें तो उसे शिव जी के गुस्से का सामना करना पड़ेगा और अच्छा काम भी बिगड़ जायेगा इसलिए भद्रा के समय कोई भी शुभ कार्य नहीं होता।
राखी के त्यौहार पर आमतौर पर बहनें भाई को राखी बांधती हैं लेकिन हमारे देश में ब्राह्मणों, गुरुओं और नेता या प्रतिष्ठित व्यक्ति को भी राखी बांधी जाती है। देश में पेड़ों और भगवान को भी राखी बांधने की परंपरा है। इस दिन राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के पुरुष भाईचारे के लिये एक दूसरे को भगवा रंग की राखी बांधते हैं।