लंदन (London) में कोरोना वायरस (Coronavirus) के संक्रमण के अब रोज सिर्फ 24 नए मामले सामने आ रहे हैं. नए मॉडल के मुताबिक ऐसी संभावना जताई जा रही है कि लंदन में अगले दो हफ्तों में कोरोना की महामारी खत्म हो जाएगी.
पब्लिक हेल्थ इंग्लैंड और कैंब्रिज यूनिवर्सिटी ने इसको लेकर रिसर्च की है. रिसर्च के मुताबिक कोरोना का वायरस रिप्रोडक्शन रेट 0.4 तक पहुंच गया है. लॉकडाउन से पहले ये रेट 2.8 था. वायरस रिप्रोडक्शन रेट से ये पता चलता है कि एक संक्रमित कितने दूसरे लोगों को संक्रमण फैला सकता है.इसका मतलब है कि हर दस संक्रमित लोग सिर्फ 4 दूसरे लोगों को संक्रमण फैला सकते हैं. इससे अंदाजा लगाया जा रहा है कि हर 3.5 दिन बाद लंदन में वायरस संक्रमण के मामले आधे रह जाएंगे. टेलीग्राफ ने इस बारे में जानकारी दी है.
हालांकि कुछ लीडिंग एक्सपर्ट ने इस आंकड़े पर संदेह जताया है. उन्होंने कहा है कि ये महामारी की वास्तविक तस्वीर नहीं बयां कर रहे हैं.द सन की एक रिपोर्ट के मुताबिक एक एक्सपर्ट ने कहा है कि वायरस रिप्रोडक्शन रेट का 0.4 होने की संभावना काफी कम है. दूसरे एक्सपर्ट ने कहा है कि लंदन में एक दिन में 24 से ज्यादा संक्रमण के मामले हो सकते हैं.महामारी के चरम के दौरान लंदन में कोरोना से संक्रमितों की संख्या 2 लाख 13 हजार तक पहुंच गई थी. लॉकडाउन के लागू होने के बाद ये आंकड़ा 10 हजार तक सिमट गया. हालांकि अब भी कहा जा रहा है कि लंदन में वायरस संक्रमण का रिस्क बना हुआ है.
कोरोना वायरस के चलते यूके में मरने वालों का आंकड़ा 33,614 तक पहुंच गया है. कल कोरोना वायरस के चलते 428 लोगों की जान गई है.पूरे ब्रिटेन में 2 लाख 33 हजार 151 लोग कोरोना टेस्ट में पॉजिटिव पाए गए हैं. बुधवार को वायरस संक्रमण के 3,446 नए मामले सामने आए.संक्रमण के मामले में लंदन की स्थिति पहले से ही ठीक रही है. बाकी इलाकों की तुलना में यहां वायरस का प्रकोप कम हुआ है. हालांकि लंदन में शुरुआती दिनों में वायरस संक्रमण के मामले सामने आए थे. और ये कोरोना का केंद्र बनकर उभरा था. लेकिन अब बाकी इलाकों की तुलना में लंदन का प्रदर्शन बेहतर है. पूरे देश में वायरस का रिप्रोडक्शन रेट 0.75 है.
नॉर्थ ईस्ट और यॉर्कशायर में सबसे ज्यादा रेट है. यहां वायरस रिप्रोडक्शन रेट 0.8 है. हर दिन वायरस संक्रमण के करीब 4,320 मामले सामने आ रहे हैं. इसके बाद नॉर्थ वेस्ट का नंबर आता है. यहां हर दिन वायरस संक्रमण के 2,380 मामले दर्ज किए जा रहे हैं. जबकि बाकि इलाकों में हर दिन करीब 1500 मामले सामने आ रहे हैं.