महराजगंज में कोल्हुई थाना क्षेत्र में अटल बिहारी वाजपेयी की श्रद्धांजलि सभा के दौरान कोल्हुई व्यापार मंडल के सदस्यों और भारतीय जनता पार्टी के कथाकथित कार्यकर्ताओं के साथ मारपीट को सँभालने में नाकाम रहने वाले थानेदार उपेन्द्र कुमार मिश्र पर पुलिस अधीक्षक आरपी सिंह की गाज गिरी है। एसपी ने उन्हें डिमोशन की राह दिखा कर थाना प्रभारी से अब चौकी प्रभारी बना दिया है।
उपेंद्र कुमार मिश्र पर गिरी डिमोशन की गाज:-
कोल्हुई थाना क्षेत्र में पूर्व प्रधानमन्त्री अटल बिहारी वाजपेयी जी की श्रद्धांजलि सभा के दौरान भारतीय जनता पार्टी लोगों द्वारा जबरन दुकान बंद कराने और कोल्हुई ब्यापार मण्डल के व्यापारियों के साथ मारपीट करने के मामले को संभालने में नाकाम रहे थानेदार उपेन्द्र कुमार मिश्र पर आखिरकार बड़ी गाज गिर ही गयी है। थानेदार उपेंद्र मिश्र के खिलाफ पीडित व्यापारियों में काफी आक्रोश था। बुधवार को पुलिस अधीक्षक आरपी सिंह ने उपेंद्र मिश्र के डिमोशन का फरमान जारी कर दिया। पीड़ित व्यापारियों ने एसपी के इस निर्णय का स्वागत किया है।
काबिलियत की असलियत :-
एसपी ने उपेंद्र मिश्र को कोल्हुई थाने से हटाकर अब सम्पतिहा पुलिस चौकी का प्रभारी बना दिया है। कोल्हुई थानेदर के पद पर तैनाती के समय से ही उपेंद्र मिश्रा के कार्यकाल में कई बवाल हुए और उनकी कार्यप्रणाली पर भी लोगों द्वारा सवाल उठाये गये। आखिरकार देर से ही सही एसपी ने अब उपेंद्र मिश्र को उनकी काबिलियत से परिचित करा दिया है।
व्यापारियों से मारपीट में खामोश रहे थानेदार:-
कोल्हुई थाने में बतौर थानेदार उपेंद्र मिश्र की 3 महीने तक की तैनाती काफी विवादित रही है। सबसे बड़ा विवाद उस समय सामने आया, जब अटल श्रद्धांजलि सभा के नाम पर भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ताओं ने व्यापारियों से जबरन दुकाने बंद करने को कहा। व्यापारियों ने जब ऐसा नहीं किया तो उनके साथ दूसरे पक्ष के लोगों ने लाठियों और डंडों से मारपीट की। कई व्यापारी भी चोटिल हुए। पीड़ित व्यापारियों ने तत्काल कोल्हुई थानेदार के रूप में तैनात उपेंद्र मिश्र से मदद की गुहार लगाई लेकिन थानेदार हाथ पर हाथ धरे बैठे रहे, जिस कारण इस छोटे से विवाद ने बड़ा रूप धारण कर लिया।
एसपी की कार्रवाई की सराहना :-
इसके बाद व्यापारियों ने इस मामले में पुलिस अधीक्षक से गुहार लगाई तो जाकर मामला सुलझ सका। व्यापारियों ने बातचीत में एसपी द्वारा उपेंद्र मिश्र के खिलाफ की गई कार्रवाई पर खुशी जाहिर की है।
(शिवरतन कुमार गुप्ता)