भाजपा ने सोमवार को महाराष्ट्र में राज्यसभा उपचुनाव से अपने उम्मीदवार संजय उपाध्याय का नाम वापस ले लिया, जिससे कांग्रेस उम्मीदवार रजनी पाटिल की निर्विरोध जीत का रास्ता साफ हो गया.
इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के अनुसार, प्रदेश भाजपा अध्यक्ष चंद्रकांत पाटिल ने पार्टी सदस्यों से विचार-विमर्श किया और पार्टी की कोर कमेटी की बैठक में इस मामले पर सामूहिक निर्णय लिया. मई में मौजूदा कांग्रेस सांसद राजीव सातव के निधन के बाद उपचुनाव कराना पड़ा है.
पिछले हफ्ते, राज्य कांग्रेस अध्यक्ष नाना पटोले और राजस्व मंत्री बालासाहेब थोराट ने विपक्षी नेता देवेंद्र फडणवीस से मुंबई में उनके आवास पर मुलाकात की थी और भाजपा उम्मीदवार की वापसी का अनुरोध किया था.जहां भाजपा ने अपने मुंबई महासचिव संजय उपाध्याय को मैदान में उतारा था, वहीं पूर्व सांसद रजनी पाटिल कांग्रेस के लिए मैदान में हैं, जिसने उन्हें महा विकास अघाड़ी (एमवीए) के उम्मीदवार के रूप में पेश किया है.
बता दें कि, राज्य विधानसभा में 288 सदस्य राज्यसभा चुनाव के लिए निर्वाचक मंडल का गठन करते हैं. संख्या के लिहाज से कांग्रेस (44), एनसीपी (54) और शिवसेना (56) के पास एक साथ 154 सदस्य हैं, जबकि भाजपा के पास केवल 105 हैं. शेष 29 सदस्य छोटे दलों और निर्दलीय का प्रतिनिधित्व करते हैं. इनमें से एमवीए 15 सदस्यों और भाजपा 14 सदस्यों के समर्थन का दावा करता है.”