ओडिशा के मयूरभंज जिले से एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है. जहां युवक ने अपनी ही चाची को जादू टोना करने के संदेह में मौत के घाट उतार दिया. जिसके बाद वह खुद महिला के कटे हुए सिर के साथ पुलिस स्टेशन पहुंचा. हैरान करने वाली बात ये है कि पुलिस स्टेशन तक पहुंचने के लिए लगभग 13 किलोमीटर का रास्ता उसने पैदल तय किया.
घटना मयूरभंज जिले के बारिपदा की है. आरोपी बुद्धूराम सिंह ने पुलिस को बताया कि उसने अपनी चाची को इसलिए मारा क्योंकि शक था कि उसकी बेटी की मौत तीन दिन पहलेमहिला द्वारा किए गए काले जादू के कारण हुई थी. खूंटा पुलिस थाने के प्रभारी निरीक्षक स्वर्णलता मिंज ने कहा कि बुधुराम सिंह और महिला दोनों नुआसाही गांव में रहते थे और आदिवासी समुदाय से थे. आत्मसमर्पण के लिए पहुँचे आरोपी ने पुलिस को वो कुल्हाड़ी भी सौंपी, जिससे उसने महिला का सिर धड़ से अलग किया था.
पुलिस सूत्रों ने बताया की मृतका विधवा महिला है. जब वो अपने घर के बरामदे में सो रही थी,तो उस वक़्त वहाँ पहुँचे बुधुराम सिंह ने उसे घसीटकर बाहर निकाला और हत्या कर दी. इसके बाद वह उसके सिर को ‘गमछा’ में लपेट कर थाने के लिए चल दिया.
बताया जा रहा है कि घटनास्थल पर कई लोग मौजूद थे,लेकिन किसी ने बुधराम सिंह को रोकने की कोशिश नहीं की. पुलिस ने बुधराम सिंह को गिरफ्तार कर लिया और हत्या का मामला दर्ज कर लिया है, जबकि शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया.
वहीं अगर आँकड़ों की बात करें तो ओडिशा में 2010 के बाद से साल में औसतन 60 जादू टोना संबंधी हत्याएं हुई हैं,जिनमें से ज्यादातर मामले आदिवासी इलाक़ों के हैं. तो वहीं उनमें से 12 मामले मयूरभंज से आए हैं.