महाराष्ट्र में सरकारी नौकरियों व शिक्षा में आरक्षण और मराठा आंदोलन के दो साल पूरे होने पर मराठा समुदाय की ओर से आज महाराष्ट्र बंद का आवाहन किया गया है। नवी मुंबई को छोड़कर महाराष्ट्र के प्रमुख शहरों में मराठा क्रांति मोर्चा के सदस्य शांतिपूर्ण प्रदर्शन करेंगे। इसके सदस्यों का कहना है कि बंद के दौरान किसी भी तरह की हिंसा नहीं होगी। बंद का असर शाम 6 बजे तक रहेगा। इस बंद से जरूरी सेवाएं, स्कूल और कॉलेजों को बंद से दूर रखा गया है।
वहीँ शांतिपूर्ण प्रदर्शन के दावे के बाद भी मुंबई में पुलिस प्रशासन पूरी तरह से मुस्तैद है। सूत्रों के मुताबिक मुंबई पुलिस आयुक्त, सुबोध जयसवाल ने क्यूआरटी, सीसीटीवी विभाग, दंगा निरोधक दस्ता, श्वान दस्ता, यातायात पुलिस और कानून व्यवस्था से संबंधित विभागों के प्रमुखों को खास निर्देश दिए हैं। सीसीटीवी कैमरे के जरिए विरोध प्रदर्शन पर निगरानी रखी जाएगी। दूसरी तरफ सरकार ने महाराष्ट्र बंद के मद्देनजर संवेदनशील स्थानों पर त्वरित कार्यबल की छह कंपनियां और केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षाबल के साथ साथ राज्य रिजर्व पुलिस बल की एक-एक कंपनी तैनात की है। इसके साथ ही पुलिस की मदद के लिए होमगार्ड के जवान भी तैनात किये गए हैं।
मराठा संगठनों द्वारा बुलाये गए बंद के चलते एतिहाद के तौर पर पुणे के 7 जिलों में इंटरनेट सेवा बंद कर दी गई है। इसके अलावा पुणे में बस सेवाएं भी बंद है, क्योंकि कुछ दिन पहले हुए प्रदर्शन में प्रदर्शनकारियों ने बसों और सरकारी संपत्ति को काफी ज्यादा नुकसान पहुंचाया था।
गौरतलब है कि सरकारी नौकरियों व शिक्षा में आरक्षण की मांग को लेकर मराठा समुदाय के लोगों द्वारा लगातार आंदोलन किया जा रहा हैं । कुछ जगहों पर आंदोलन हिंसक भी हुआ है। अपनी आरक्षण संबंधी की मांग के चलते राज्य में 18 लोगों ने आत्महत्या कर ली है। वहीँ पिछले महीने ही 23 जुलाई को औरंगाबाद में गोदावरी नदी में कूदकर प्रदर्शनकारी के आत्महत्या करने के बाद आंदोलन और ज्यादा हिंसाजनक हो गया था।
क्या है मराठों की मांग?
मराठा समाज को आरक्षण।
10 अगस्त तक दर्ज सभी मामले वापस लें।
घोषित की गई योजनाओं पर तत्काल अमल करें।
आत्महत्या करने वाले युवक के परिवार को 50 लाख रुपये की मदद।