कोरोना संक्रमण की चौथी लहर की आशंका के बीच ‘स्क्रब टायफस’ को लेकर मध्य प्रदेश में अलर्ट जारी किया गया है. फिलहाल ये अलर्ट मध्य प्रदेश के 3 जिलों जबलपुर, सतना और खरगोन के लिए जारी किया गया है, जिसमें स्वास्थ्य महकमा विशेष एहतियात बरत रहा है. स्वास्थ्य विभाग का कहना है कि प्रदेश के सतना, जबलपुर और मंदसौर में ‘स्क्रब टायफस’ का खतरा बरकरार है. ऐसा इसलिए क्योंकि वर्ष 2021-22 में भी स्क्रब टायफस के अधिक मरीज इन जिलों से ही सामने आए थे.
अब एहतियातन मध्य प्रदेश के संचानालय चिकित्सा और स्वास्थ्य सेवाओं द्वारा इन 3 जिलों में एम्स भोपाल की सहायता से रिसर्च प्रोजेक्ट चलाने का भी निर्णय लिया गया है. गौरतलब है कि पिछले साल इस बीमारी के 17 केस सामने आए थे जबकि 52 मरीज संदिग्ध पाए गए थे.
‘स्क्रब टायफस’ की बीमारी के लक्षण लगभग कोरोना से मिलते-जुलते हैं. जॉइंट डायरेक्टर हेल्थ सर्विसेस डॉ. एस.एस मिश्रा ने आम लोगों से अपील की है कि अगर उन्हें तेज बुखार, सर्दी-खांसी, हाथ-पैर में दर्द, सांस लेने में तकलीफ संबंधित समस्या होती है तो तत्काल अपनी जांच कराएं. फिलहाल इसकी जांच के सैंपल जिनोम सीक्वेंसिंग के लिए भोपाल भेजने की व्यवस्था की गई है.
यूएस सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल (सीडीसी) के अनुसार ‘स्क्रब टाइफस’ बीमारी ओरिएंटिया त्सुत्सुगामुशी बैक्टीरिया (Orientia Tsutsugamushi) के कारण होती है. लोगों में यह संक्रमित चिगर्स (लार्वा माइट्स) के काटने से फैलता है. इसे ‘बुश टाइफस’ के नाम से भी जाना जाता है. यह एक वेक्टर जनित बीमारी है. यह समय के साथ सेंट्रल नर्वस सिस्टम, कार्डियो वस्कुलर सिस्टम, गुर्दे, सांस से जुड़ी और गैस्ट्रोइन्टेस्टाइनल सिस्टम को प्रभावित करता है. कई मामलों में मल्टी ऑर्गन फेल्योर से रोगी की मौत भी हो सकती है.
इसके लक्षणों में बुखार और ठंड लगना शामिल है. इसके बाद सिर दर्द, शरीर में दर्द और मांसपेशियों में दर्द होता है, जैसा कि कोविड के मामले में होता है. हालांकि एक ‘स्क्रब टाइफस’ रोगी में कोविड-19 के कई मामलों के विपरीत गंध और स्वाद बना रहता है. कुछ रोगियों में जोड़ों में दर्द भी होता है जो चिकनगुनिया का लक्षण है.
Source : ABP NEWS