HomeMiscellaneousदंगों के बीच प्यार की दास्तां है “मुज़फ्फरनगर-द बर्निंग लव”

दंगों के बीच प्यार की दास्तां है “मुज़फ्फरनगर-द बर्निंग लव”

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उत्तर प्रदेश में साल 2013 में हुए मुज़फ्फरनगर दंगे सुर्ख़ियों में रहे। सांप्रदायिक हिंसा की वजहों को तलाशने की एक कोशिश फिल्म मुज़फ्फरनगर-द बर्निंग लव के माध्यम से की गई है। हालाकिं बीते दिनों मुज़फ्फरनगर दंगे पर बेस्ड एक फिल्म की रिलीज पर काफी हंगामा हुआ था। ऐसे में अब लगभग डेढ़ साल के बाद कड़ी मेहनत के बाद साल 2013 के दंगों पर आधारित फिल्म मुजफ्फरनगर द बर्निंग लव सेंसर होकर 17 नवंबर 2017  को सिनेमा घरों में दस्तक देने को तैयार है। फिल्म मोरना एंटरटेनमेंट प्राइवेट लिमिटेड बैनर तले बनी है। इसके राइटर और प्रोड्यूसर मनोज कुमार मांडी हैं, डायरेक्शन हरीश कुमार ने किया है और म्यूजिक मनोज नयन, राहुल भट्ट और फराज अहमद ने दिया है।

फ़िल्म के निर्देशक हरीश कुमार के मुताबिक यह फ़िल्म २०१३ को मुज़फ्फरनगर में घटित एक दुर्घटना पर आधारित है। यह हिंसक घटनाओ के बीच में दो दिलों के प्यार की भावनात्मक कहानी है, जो २०१३ के दंगे पर आधारित होते हुए भी दर्शकों को एक महत्वपूर्ण संदेश देती है।

वहीँ मुज़फ्फरनगर दंगे पर फिल्म बनाने के बारे में मनोज कुमार का कहना है कि “मैं  व्यापार के सिलसिले में अलग अलग प्रदेशों में जाता रहता हूं। मैने देखा कि लोगों में इस दंगे के बाद अलग-अलग भावनाएं देखने को मिल रही हैं। अगर कोई मुस्लिम है तो वह यह सोच रहा है कि वहां पर हमारे लोगों के साथ बुरा बर्ताव हुआ और यदि हिंदु है तो वह भी यही सोच रहा है। बस इसी को ध्यान में रखते हुए मैने सोचा कि क्यों न इस पर एक फिल्म बनाई जाए। लोगों में जो गलतफहमियां फैली हुई हैं उन्हें दूर किया जाये। क्योंकि आपसी मनमुटाव देश के लिये हानिकारक हो सकता है उसे कैसे दूर किया जाये। फिर मुझे लगा कि फिल्म के माध्यम से यह काम किया जा सकता है।”

“फिल्म बनाने का मेरा उद्देश लोगों को संदेश देना है। मैं इस फिल्म के माध्यम से न केवल उस प्रदेश के लोगों को बताना चाहता हूं बल्कि दूसरे प्रदेश के लोगों को भी बताना चाहता हूं, दिखाना चाहता हूं कि 2013 में जो दंगा हुआ जैसा लोगों के बीच में अफवाहें फैली कि वहां हिंदु-मुस्लिम एक दूसरे के दुश्मन हो चले हैं ऐसा कुछ नहीं है। बल्कि वहां लोग एक दूसरे के साथ मिलकर खुशी-खुशी जीवन यापन कर रहे हैं। हां यह अलग बात है कि दंगे के दौरान कुछ हादसे हुये, जिससे लोगों को विश्वास होने लगा कि वही सही है पर ऐसा नहीं है। मैं दंगे के वक्त वहीं पर था मैं लोगों में आपसी भाईचारा देखा। इस फिल्म के माध्यम से मैं उसी भाईचारे को दिखाना चाहता हूं, उसी आपसी प्यार को दिखाना चाहता हूं।” फिल्म बनाने का मेरा उद्देश लोगों को संदेश देना है ।

सूत्रों के मुतबिक इस फिल्म में कई ऐसे कलाकार हैं, जो ‘बजरंगी भईजान’ में नजर आए थे। फिल्म में मेन लीड देव शर्मा, ऐश्वर्या दीवान निभा रहे हैं। इसके अलावा अनिल जॉर्ज, मुस्लिम कुरेशी, संदीप बोस और रवि खन्ना और संदीप बोस की भी एक्टिंग देखने को मिलेगी।

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