बिहार विधानसभा चुनाव ( Bihar Legislative Assemly Election) का माहौल बनाते हुए बीजेपी के वरिष्ठ नेता और केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह (Amit Shah) ने रविवार को कहा कि राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (National Democratic Alliance-NDA) के शासन में राज्य जंगल राज से निकलकर जनता राज में पहुंच गया है. उन्होंने दावा किया कि नीतीश कुमार (Nitish Kumar) के नेतृत्व में राज्य विधानसभा चुनाव में एनडीए को दो-तिहाई बहुमत मिलेगा.
वर्चुअल रैली (Virtual Rally) के जरिये बिहार के लोगों और पार्टी कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए उन्होंने राज्य की विपक्षी पार्टी राष्ट्रीय जनता दल (Rashtriya Janata Dal-RJD) पर निशाना साधते हुए कहा कि जब आरजेडी सत्ता में थी तो राज्य की आर्थिक संवृद्धि दर केवल 3.9 प्रतिशत थी लेकिन एनडीए के कार्यकाल में यह बढ़कर 11.3 प्रतिशत हो गई. उन्होंने आरजेडी के चुनाव चिन्ह ‘लालटेन’ का जिक्र करते हुए कहा कि राज्य लालटेन राज से एलईडी राज की तरफ बढ़ा.
अमित शाह ने कहा कि इस वर्चुअल रैली का बिहार के चुनाव प्रचार से कोई लेना-देना नहीं है बल्कि इसका उद्देश्य कोविड-19 के खिलाफ लड़ाई में लोगों के साथ जुड़ना है. उन्होंने कहा, ‘‘इस रैली का उद्देश्य आत्मनिर्भर भारत अभियान से लोगों को जोड़ना है और बीजेपी इस तरह की 75 सभाएं करेगी.’’
अमित शाह ने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी की सराहना करते हुए कहा कि वे लोगों के लिए काम कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि JDU-BJP के शासन के दौरान बिहार जंगल राज से निकलकर जनता का राज में आ गया है.
थाली बजाकर उनकी रैली के खिलाफ विरोध करने वाले राजद पर निशाना साधते हुए शाह ने पूछा क्या किसी ने उन्हें रैली आयोजित करने से रोका है. उन्होंने कहा कि यद्यपि विपक्षी नेताओं ने कोविड-19 (COVID-19) के खिलाफ लड़ाई में देश को एकजुट करने के प्रधानमंत्री के प्रयासों को राजनीतिक प्रचार कहकर खारिज किया, लेकिन देश उनके साथ खड़ा रहा और उनकी अपीलों का पालन किया. शाह ने कहा कि केन्द्र सरकार ने 1.25 करोड़ प्रवासियों को सुरक्षित ढंग से उनके गंतव्य तक पहुंचाया.
मोदी सरकार (Modi Government) की उपलब्धियों के बारे में बात करते हुए उन्होंने कहा कि जिन मुद्दों को 70 वर्षों में छूने की हिम्मत नहीं की गई, उनका मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल के पहले वर्ष में समाधान किया गया. उन्होंने अनुच्छेद 370 के अधिकतर प्रावधानों को समाप्त करने और तीन तलाक के खिलाफ कानून का जिक्र किया. महामारी से निपटने के लिए मोदी सरकार द्वारा गरीबों और जरूरतमंद लोगों की मदद के लिए उठाये गये विभिन्न कल्याणकारी कदमों का हवाला देते हुए शाह ने पूछा कि विपक्ष ने राजनीति करने के अलावा उनके लिए क्या किया है.