नईदिल्ली। नेपाल ने 500 और 2,000 रुपये के नए भारतीय नोटों को बैन कर दिया है। नेपाल राष्ट्र बैंक (एनआरबी) ने इन नोटों को अनाधिकृत और अवैध बताते हुए इनके चलन पर बैन लगाया है। नेपाल राष्ट्र बैंक ने कहा है कि जब तक रिजर्व बैंक आफ इंडिया फॉरेन एक्सचेंज मैनेजमेंट एक्ट के तहत नई अधिसूचना जारी नहीं करता, नए भारतीय नोट एक्सचेंज नहीं किए जा सकते। ऎसी नोटिफिकेशन के बाद ही विदेशी नागरिकों को भारतीय करंसी रखने की अनुमति मिलती है। रिजर्व बैंक से हमारी साझेदारी है और एक नेपाली नागरिक 500 और 1000 के नोट 25000 रुपये तक रख सकता है।
8 नंवबर की आधी रात भारत सरकार ने 500 और 1000 रुपये के पुराने नोटों को चलन से बाहर कर दिया था। जिसके बाद नेपाल के प्रधानमंत्री पुष्पकमल दहल प्रचंड और वित्तमंत्री कृष्ण बहादुर महारा ने भारत से अपील की थी कि नेपाली नागरिकों के लिए नोट बदलने की सुविधा की जाय। नेपालराष्ट्र बैंक के अनुसार नेपालकी आर्थिक व्यस्था में 500 और 1000 के नोट करीब 33.6 मिलियन रुपये की राशि है।
भारत में 500 और 1000 रुपये के पुराने नोट बंद होने का सीधा असर नेपाल के कैसिनो पर पड़ा है। नेपाल के कैसिनो में सिर्फ भारतीय नोट चलने के कारण इन्हें फिलहाल के लिए बंद कर दिया गया है। इस समय काठमांडू में कुल 7 और दूसरे शहरों में 9 कसीनो कसीनों चल रहें है। नेपाल के कैसिनों से जाली नोट के कारोबार से लेकर कालाधन को सफेद बनाने और हवाला के जरिए भारत में पैसा भेजने में इस्तेमाल होने की बात जगजाहिर है।
इससे पहले, नेपाल में पिछले साल तक 500 और 1000 रुपये के पुराने नोटों पर बैन था। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जब नेपाल का दौरा किया था तो उसके बाद इस बैन को हटा लिया गया।