कर्नाटक के स्वास्थ्य मंत्री के. सुधाकर ने मंगलवार को कहा कि नए प्रकार के कोरोना वायरस से शहर में तीन लोग संक्रमित पाए गए हैं और मरीजों के उपचार तथा संक्रमण रोकने के लिए जरूरी कदम उठाए गए हैं. सुधाकर ने कहा, ‘‘ब्रिटेन से आए कुल 1,614 लोगों में से 26 में संक्रमण की पुष्टि हुई थी.
भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद के मुताबिक राष्ट्रीय मानसिक स्वास्थ्य और स्नायु विज्ञान संस्थान में संक्रमित मरीजों के नमूनों की जांच में तीन में वायरस के नए स्वरूप से संक्रमण की पुष्टि हुई है.’’ उन्होंने बेंगलुरु में संवाददाताओं को बताया कि निमहांस के चिकित्सा विशेषज्ञों और स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने उठाए जाने वाले कदमों के बारे में चर्चा की है.
मंत्री ने कहा कि तीन लोगों में वायरस के नए स्वरूप के संक्रमण के मामले आए हैं. इनमें एक महिला और उसका बच्चा शामिल है. उन्होंने कहा, ‘‘परिवार के सदस्य नहीं थे लेकिन उनके संपर्क में आए लोगों मसलन ड्राइवर और घरेलू स्टाफ की पहचान की गयी और जांच के बाद उन सबको पृथक-वास में भेज दिया गया.’’
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक ब्रिटेन से भारत लौटे छह लोगों के नमूनों में सार्स-सीओवी2 का नया स्वरूप (स्ट्रेन) पाया गया है. उनमें से तीन लोग बेंगलुरु के हैं. उन्होंने बताया कि तत्काल कदम उठाए गए. यात्रियों तथा उनके संपर्क में आए लोगों का पता लगाया गया और उनकी भी जांच कराने का निर्णय किया गया है. ब्रिटेन से एअर इंडिया और ब्रिटिश एयरवेज के विमान से 25 नवंबर से 22 दिसंबर तक 2,500 लोग कर्नाटक आए हैं.
ब्रिटेन से आए ऐसे लोगों जिनका अब तक पता नहीं चल पाया है, इसके बारे में पूछे जाने पर सुधाकर ने कहा कि राज्य के गृह मंत्री और विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों ने कहा है कि 48 घंटे के भीतर उनका पता लगा लिया जाएगा.
एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा, ‘‘यह सरकार की नाकामी नहीं है. अगर उन्होंने फोन ही बंद कर लिया है तो उन्हें कैसे ढूंढा जाए? इसलिए हमने पुलिस विभाग से संपर्क किया है.’’ उन्होंने कहा, ‘‘हमने 1,614 लोगों का पता लगाया. इनकी जांच हुई है. हमने उनके संपर्क की भी पहचान की है.’’
मंत्री ने ब्रिटेन से आए लोगों से अपनी जानकारी देने और निकट के अस्पताल में जांच कराने का अनुरोध किया. उन्होंने कहा, ‘‘ऐसा नहीं करना कानून के विरूद्ध होगा और इस पर कार्रवाई होगी.’’