मुंबई में उद्योगपति मुकेश अंबानी के घर के बाहर एक एसयूवी में विस्फोटक सामग्री मिलने और कारोबारी मनसुख हिरन की हत्या के मामले राष्ट्रीय अन्वेषण अभिकरण (एनआईए) ने शुक्रवार को मुंबई पुलिस के इंस्पेक्टर सुनील माने को गिरफ्तार किया.
एनआईए इसके साथ ही इस मामले के सिलसिले में मुंबई में अब तक तीन पुलिसकर्मियों को गिरफ्तार कर चुकी है जिनमें निलंबित सहायक पुलिस निरीक्षक सचिन वाजे और उनका सहकर्मी रियाज काजी शामिल हैं.
अधिकारी ने बताया, ‘‘अंबानी की सुरक्षा को खतरा पहुंचाने और मनसुख हिरन की हत्या मामले में एनआईए ने माने को बृहस्पतिवार को पूछताछ के लिए बुलाया था.’’
उन्होंने कहा कि उसकी संलिप्तता सामने आने के बाद उसे गिरफ्तार किया गया.अधिकारी ने बताया कि माने को एक अदालत में पेश किया जाएगा.
उन्होंने कहा कि गिरफ्तारी के बाद माने को चिकित्सा जांच के लिये एक सरकारी अस्पताल ले जाया गया.
केंद्रीय एजेंसी ने पूर्व में दो और लोगों- मुंबई पुलिस के निलंबित कांस्टेबल विनायक शिंदे और क्रिकेट मैच के सटोरिये नरेश गोर- को गिरफ्तार किया था. माने मुंबई पुलिस अपराध शाखा की यूनिट-11 (कांदिवली) का प्रभारी था और अंबानी की सुरक्षा को खतरे के मामले को देखते हुए उसका स्थानांतरण किया गया था.
अधिकारी ने कहा कि एनआईए ने कुछ हफ्तों पहले उसका बयान दर्ज किया था. माने से पूर्व में महाराष्ट्र आतंकवाद निरोधी दस्ते (एटीएस) ने पूछताछ की थी, लेकिन वरिष्ठ अधिकारियों ने तब दावा किया था कि वह जांच में उनके साथ सहयोग कर रहा है.
दक्षिण मुंबई में अंबानी के घर के पास 25 फरवरी को एक एसयूवी से विस्फोटक सामग्री बरामद की गई थी. ठाणे के व्यापारी हिरन ने दावा किया था कि यह उसकी एसयूवी थी लेकिन अंबानी के घर के पास बरामद होने से पहले वो चोरी कर ली गई थी. हिरन का शव ठाणे में एक नाले से पांच मार्च को बरामद किया गया था.
हिरन की विधवा विमना ले एटीएस को दिये अपने बयान में कहा था कि चार मार्च को घर से निकलते वक्त उसके पति ने बताया था कि उन्हें ‘तावड़े’ का फोन आया था और वह उससे मिलने जा रहे हैं। तावड़े कांदिवली का एक पुलिस अधिकारी है.