नीतीश कुमार (Nitish Kumar) केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह (Amit Shah) और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) अध्यक्ष जे पी नड्डा (JP Nadda) सहित भाजपा के शीर्ष नेताओं की मौजूदगी में सोमवार को बिहार के मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे.
बिहार (Bihar) में हाल में सम्पन्न हुए विधानसभा चुनाव में राजग को 125 सीटें मिलीं, जिनमें से नीतीश कुमार की जदयू को 43 सीटें मिलीं और भाजपा को जदयू से 31 सीटें अधिक (74 सीट) हासिल हुईं. बिहार की नयी सरकार में उत्तर प्रदेश की तर्ज पर भाजपा के दो उपमुख्यमंत्री बनने की संभावना है.
ऐसी अटकलें लगाई जा रही हैं कि कटिहार से चौथी बार विधायक निर्वाचित हुए तारकिशोर प्रसाद और बेतिया से विधायक रेणु देवी उपमुख्यमंत्री पद के मुख्य दावेदार हैं. तारकिशोर प्रसाद को भाजपा विधानमंडल दल का नेता और रेणु देवी को उपनेता चुना गया है.
भाजपा सूत्रों ने बताया कि पार्टी के संगठन मंत्री बी एल संतोष शपथग्रहण समारोह में मौजूद रहेंगे.
राजभवन के बयान के अनुसार, राज्यपाल फागू चौहान शाम साढ़े चार बजे कुमार को पद एवं गोपनीयता की शपथ दिलाएंगे. शपथ ग्रहण समारोह में भाजपा के वरिष्ठ नेता शाह मौजूद रहेंगे। शाह ने चुनाव कार्यक्रम घोषित होने से पहले ही पार्टी की पहली डिजिटल रैली को संबोधित कर चुनाव प्रचार की शुरूआत की थी, लेकिन वह चुनाव प्रचार में मौजूद नहीं रहे थे.
नीतीश कुमार ने 2010 और 2015 में चुनावी जीत के बाद गांधी मैदान में बड़ी संख्या में आम लोगों एवं गणमान्य लोगों की मौजूदगी के बीच शपथ ली थी, लेकिन इस बार कोविड-19 (Covid-19) महामारी के कारण यह संभव नहीं हो पाएगा.
सूत्रों का कहना है कि नीतीश कुमार के अलावा राजग के चार घटक दलों भाजपा, जदयू, हम पार्टी और वीआईपी से आठ अन्य नेताओं को कैबिनेट में स्थान दिया जा सकता है और बाद में इसका विस्तार किया जा सकता है.
जदयू से जिनके नाम पर चर्चा है, उनमें अशोक चौधरी, बिजेंद्र प्रसाद यादव, विजय कुमार चौधरी और श्रवण कुमार शामिल हैं. विजय कुमार चौधरी को कैबिनेट में शामिल किये जाने की संभावना के बाद संकेत मिले हैं कि भाजपा के खाते में विधानसभा अध्यक्ष का पद जा सकता है. इससे पहले चौधरी विधानसभा अध्यक्ष थे.
जदयू के कार्यकारी अध्यक्ष अशोक कुमार चौधरी ने उन पर विश्वास व्यक्त करने के लिये नीतीश कुमार को धन्यवाद दिया और कहा कि यह चुनौतीपूर्ण कार्यकाल है और हमें पार्टी को मजबूत बनाना है.
इसके अलावा कैबिनेट में वीआईपी के नेता मुकेश सहनी और हम पार्टी के नेता जीतन राम मांझाी को भी शामिल किया जा सकता है.