शिवसेना नेता और महाराष्ट्र के पूर्व मंत्री आदित्य ठाकरे (Aditya Thackeray) ने शनिवार को आरोप लगाया कि अधिकारी, पार्टी की वार्षिक दशहरा रैली की अनुमति के लिए दिए गए आवेदन को स्वीकार नहीं कर रहे हैं.
उल्लेखनीय है कि दशकों से शिवसेना मुंबई के दादर इलाके स्थित शिवाजी पार्क में दशहरा रैली करती रही है. यह रैली दिवंगत शिवसेना संस्थापक बाल ठाकरे के उग्र भाषणों का पर्याय होती थी. यहां हवाई अड्डे पर ठाकरे से मीडिया ने शिवसेना के दोनों गुटों- उद्धव ठाकरे और एकनाथ शिंदे गुट- द्वारा रैली की अनुमति मांगे जाने के बारे में पूछा गया.
इसपर उन्होंने कहा, ‘‘ शिवसेना मुंबई में वार्षिक दशहरा रैली आयोजित करने की अनुमति मांग रही है, लेकिन अधिकारी हमारा आवेदन स्वीकार नहीं कर रहे हैं. यह (एकनाथ शिंदे गुट) दमनकारी सरकार है.” जब यह पूछा गया कि क्या एकनाथ शिंदे गुट दशहरा रैली को ‘हाईजैक’ करने की कोशिश कर रहा है तो आदित्य ठाकरे ने कहा कि लोग जान चुके हैं कि बागियों के पीछे कौन है और वे उन्हें पसंद नहीं करते.
उन्होंने कहा कि ‘शिवसंवाद यात्रा’ को पूरे राज्य में अच्छी प्रतिक्रिया मिली है. बाला साहेब ठाकरे के पोते आदित्य ठाकरे ने कहा, ‘‘ महाराष्ट्र और देश की जनता ने देख लिया कि यह (शिंदे सरकार) ‘खोके की सरकार’ (बागी विधायकों ने रुपये लेकर पाला बदला है और महाराष्ट्र में खोखा का अभिप्राय एक करोड़ रुपये से होता है. ”उन्होंने दावा किया, ‘‘जनता शिवसेना के साथ खड़ी है न कि इन ‘गद्दारों’ के साथ.”