पाकिस्तान (Pakistan) में डिजिटल लोन कंपनी से लिए कर्ज को चुकाने में असफल रहने पर एक व्यक्ति के आत्महत्या करने की घटना के बाद हरकत में आए प्रशासन ने 20 लोगों को गिरफ्तार किया है और लोन देने वाले 50 गैरकानूनी ऐप को बैन कर दिया है.
संघीय जांच एजेंसी (FIA) के प्रवक्ता ने बताया, ‘‘ FIA ने मोबाइल एप्लिकेशन के जरिये गैर कानूनी तरीके से लोन देने में शामिल 20 लोगों को गिरफ्तार किया है. इस गतिविधि में शामिल छह कंपनियों के कार्यालय भी सील कर दिए गए हैं.’’
पाकिस्तान की संघीय जांच एजेंसी (FIA) ने लोगों से अपील की है कि वे कर्ज लेने से पहले सुनिश्चित करें कि उक्त कंपनी या ऐप पाकिस्तान सिक्युरिटी एक्सचेंज आयोग के अंतर्गत रजिस्टर हो. उल्लेखनीय है कि लाहौर से लगभग 350 किलोमीटर दूर पंजाब प्रांत के रावलपिंडी जिले में ऋण वसूली करने वाले कर्मचारियों के तरफ से ब्लैकमेल किए जाने के कारण मसूद नाम के एक व्यक्ति ने आत्महत्या कर ली थी.
उसके बाद FIA ने ऑनलाइन लोन ऐप के खिलाफ जांच शुरू की. मृतक की विधवा ने कहा कि उसके पति ने हमराह फाइनेंशियल सर्विसेज और सरमाया माइक्रोफाइनेंस प्राइवेट लिमिटेड के ऑनलाइन लोन ऐप से लोन लिया था. इसके बाद उसके पति ने दी गई समय सीमा के भीतर भुगतान करने में विफल रहा, जिसके बाद लोन अमाउंट में बढ़ोतरी हो गई थी.
पहला भुगतान चुकाने के लिए मसूद ने एक और लोन लिया, जिससे देनदारी राशि बढ़कर 700,000 रुपये हो गई. इसके बाद उसने आत्महत्या कर ली और ऑडियो क्लिप में अपनी आपबीती सुनाई, जो ऑनलाइन सामने आई. इस घटना के बाद अधिकारियों ने कार्रवाई की. पाकिस्तान टेलिकम्युनिकेशन अथॉरिटी (PTA) ने SECP के साथ पंजीकृत नहीं होने वाले लगभग 50 लोन ऐप्स को भी ब्लॉक कर दिया है. PTA ने इन कंपनियों के मामलों को कार्रवाई के लिए FIA को भी भेजा है.