पाकिस्तान के शीर्ष सेना अधिकारी ने एक बार फिर भारत पर गंभीर आरोप लगाया है। सूत्रों के मुताबिक पाकिस्तान के ज्वांइट चीफ ऑफ स्टाफ कमेटी के अध्यक्ष जनरल जुबैर महमूद हयात ने भारत पर 50 अरब डॉलर की लागत वाले चीन-पाकिस्तान आर्थिक गलियारा (सीपीईसी) परियोजना को विध्वंसकारी गतिविधियों के जरिए निशाना बनाने का आरोप लगाया है।
जुबैर महमूद का कहना है कि भारतीय इंटेलिजेंस एजेंसी रॉ तोड़फोड़ की कार्रवाई के जरिये सीपीईसी को निशाना बनाना चाहती है। यही वजह है कि वह इससे जुड़ी परियोजनाओं में तोड़-फोड़ की साजिश कर रहा है। पाकिस्तान के रक्षा बल में सर्वोच्च रैंक के सैन्य अधिकारी ने यह टिप्पणी यहां नौसेना कैडेट की एक पासिंग आउट परेड को संबोधित करते हुए की। उन्होंने यह भी कहा कि अफगानिस्तान में शांति एवं स्थिरता क्षेत्रीय सुरक्षा के लिए जरूरी है।
दरअसल सीपीईसी सडक, रेल और उर्जा परियोजनाओं का एक नेटवर्क है। यह दक्षिणी पाकिस्तान को और ग्वादर बंदरगाह को चीन के अशांत उयगुर स्वायत्त क्षेत्र से जोड़ता है। चूंकि यह पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर पीओके से होकर गुजरता है, इसलिए भारत ने इस परियोजना पर आपत्ति जताई है।