प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को पुनर्निर्मित वडनगर रेलवे स्टेशन का उद्घाटन किया. वह कभी इस स्टेशन पर चाय बेचा करते थे. पुराने दिनों को याद करते हुए उन्होंने नये सिरे से तैयार किए गए वडनगर स्टेशन को देखने की इच्छा भी जताई. प्रधानमंत्री मोदी के पिता दामोदर दास मोदी गुजरात के महेसाणा जिले में स्थित वडनगर स्टेशन पर चाय बेचा करते थे. बचपन में मोदी चाय बेचने में अपने पिता का हाथ बंटवाते थे.
गुजरात में 1,100 करोड़ रुपये से ज्यादा की परियोजनाओं का उद्घाटन कर उन्हें राष्ट्र को समर्पित करने के बाद अपने संबोधन में मोदी ने इस बात पर खुशी जताई कि वडनगर भी रेलवे संसाधनों के विकास का आज हिस्सा बना।वडनगर गुजरात की राजधानी अहमदाबाद से करीब 100 किलोमीटर दूर स्थित है.
उन्होंने कहा, ‘‘आज वडनगर भी इस विस्तार का हिस्सा बन चुका है. मेरी तो वडनगर स्टेशन से कितनी ही यादें जुड़ी हैं. नया स्टेशन वाकई बहुत आकर्षक लग रहा है. इस नई ब्रॉडगेज लाइन के बनने से वडनगर-मोढेरा-पाटन हेरिटेज सर्किट अब बेहतर रेल सेवा से जुड़ जाएगा. इससे अहमदाबाद-जयपुर-दिल्ली मेन लाइन से सीधा संपर्क भी हो गया है.’’
उन्होंने कहा कि इस लाइन के शुरू होने से इस पूरे क्षेत्र में सुविधा के साथ-साथ रोज़गार और स्वरोजगार के नए अवसर भी खुल गए हैं. प्रधानमंत्री ने कहा कि जिन परियोजनाओं का उन्होंने उद्घाटन किया हैं वह प्रत्यक्ष देखना चाहते हैं. उन्होंने कहा, ‘‘इनको रूबरू देखने की उत्सुकता मैं बयान नहीं कर सकता. मैं मौका देखते ही खुद भी इसे देखने के लिए आऊंगा.’’
प्रधानमंत्री ने इस अवसर पर गांधीनगर और महेसाणा के बीच एक मेमू (मेनलाइन इलेक्ट्रिक मल्टीपल यूनिट) ट्रेन सेवा का भी हरी झंडी दिखाकर रवाना किया. यह ट्रेन वड़नगर होकर गुजरेगी. उन्होंने 54 किलोमीटर लंबी विद्युतीकृत मेहसाना-वरेठा ब्रॉड गेज रेल लाइन को भी राष्ट्र को समर्पित किया.
लगभग 293 करोड़ रुपये की लागत से बने महेसाणा-वरेठा गेज परिवर्तन का काम और साथ-साथ 74 करोड़ रुपये की लागत से विद्युतीकरण का काम पूरा किया जा चुका है. इसमें वडनगर सहित कुल 10 स्टेशन हैं. वडनगर स्टेशन को वडनगर-मोढेरा-पाटन हेरिटेज सर्किट के अंतर्गत विकसित किया गया है.
वडनगर स्टेशन की इमारत को पत्थर की नक्काशी का इस्तेमाल करके सुंदर ढंग से डिजाइन किया गया है और आसपास आवाजाही के क्षेत्र में लैंडस्केप जैसी सजावट की गई है.
वडनगर अब एक ब्रॉड गेज लाइन से जुड़ गया है और अब इस सेक्शन पर यात्री और मालगाड़ियों को निर्बाध रूप से चलाया जा सकेगा.