प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) ने राजधानी दिल्ली में संसद सदस्यों के लिए डॉ बीडी मार्ग पर बनाए गए बहुमंजिला फ्लैटों का उद्घाटन किया. वीडियो कांफ्रेंस के माध्यम से आयोजित इस उद्घाटन समारोह में लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला (Lok Sabha Speaker Om Birla) और संसद की आवास समिति के अध्यक्ष सी आर पाटिल भी शामिल हुए.
लोकसभा अध्यक्ष ने बताया कि इसके निर्माण में 27 माह लगे और इसमें कुल लागत 188 करोड रुपये की आई. उन्होंने कहा कि निर्माण कार्य में अनुमानित लागत से 30 करोड़ की बचत की गई. बिरला ने कहा कि लोकसभा के गठन के बाद सांसदों के आवास की अक्सर दिक्कतें आया करती थी और उन्हें होटलों में ठहराया जाता था जिससे सरकार पर आर्थिक बोझ भी पड़ता था. उन्होंने उम्मीद जताई कि 18 वीं लोकसभा की जब शुरुआत होगी तो किसी भी सांसद को होटल में ठहरने की आवश्यकता नहीं पड़ेगी.
लोकसभा सचिवालय के मुताबिक 80 वर्ष से अधिक पुराने आठ बंगलों के स्थान पर 76 फ्लैटों का निर्माण किया गया है. कोविड-19 के संक्रमण के बावजूद इन फ्लैटों का निर्माण कार्य निर्धारित समय-सीमा के भीतर किया गया और इनके निर्माण में स्वीकृत लागत से करीब 14 प्रतिशत बचत की गई है.
इन फ्लैटों के निर्माण में कई हरित निर्माण तकनीकों का इस्तेमाल किया गया है. ये सभी आवास ग्रीन बिल्डिंग के कांसेप्ट पर आधारित हैं. हर टावर में चार लिफ्ट लगाई गई हैं. इसके अलावा दोनों तरफ सीढ़ियां भी बनाई गई हैं. गंगा यमुना सरस्वती के नाम से तैयार यह तीनों टावर सुरक्षा के लिहाज से फुलप्रूफ हैं. हर जगह सीसीटीवी कैमरे भी लगाए गए हैं.
आग से बचाव के भी सारे प्रबंध किए गए हैं. CPWD इनका निर्माण किया है हर टावर के ऊपर सोलर पैनल लगाए गए हैं. हर टावर के बेसमेंट और ग्राउंड फ्लोर पर पार्किंग की व्यवस्था की गई है. हर फ्लैट में पंखा एसी सोलर लैंप और पूरी तरह से साज-सज्जा की गई है मॉड्यूलर किचन तैयार किए गए हैं.
सांसदों के फ्लैट में 4 बेडरूम के अलावा ऑफिस अलग से बनाया गया है. इसके साथ ही उनके दो स्टाफ के लिए अलग स्टाफ क्वार्टर बनाए गए हैं. इसमें दो बालकनी दो हॉल 4 टॉयलेट भी शामिल हैं. इसके साथ ही सांसदों के आवास में पूजा घर अलग से बनाया गया है