कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने एक बार फिर राष्ट्रीय मौद्रिकरण पाइपलाइन (एनएमपी) को लेकर मोदी सरकार पर निशाना है. उन्होंने आज #IndiaOnSale ट्वीट कर कहा, ”‘मित्रि’करण की सूनामी- न रोज़गार है, न आने वाले सालों में होगा तो आरक्षण का क्या मतलब?”
बता दें कि 24 अगस्त को राहुल गांधी ने एनएमपी को लेकर प्रेस कॉन्फ्रेंस कर मोदी सरकार पर निशाना साधा था. उन्होंने कहा था कि नरेंद्र मोदी और बीजेपी का नारा था कि 70 साल में कुछ नहीं हुआ. लेकिन वित्त मंत्री ने कल 70 सल में जो पूंजी बनी थी, उसे बेचने का फैसला किया.
उन्होंने एनएमपी को लेकर आरोप लगाया, कि इन संपत्तियों को बनाने में 70 साल लगे हैं और इनमें देश की जनता का लाखों करोड़ों रुपये लगा है. अब इन्हें तीन-चार उद्योगपतियों को उपहार में दिया जा रहा है.
बता दें कि वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने सोमवार को छह लाख करोड़ रुपये की राष्ट्रीय मौद्रिकरण पाइपलाइन (एनएमपी) की घोषणा की. इसके तहत यात्री ट्रेन, रेलवे स्टेशन से लेकर हवाई अड्डे, सड़कें और स्टेडियम का मौद्रिकरण शामिल हैं. इन बुनियादी ढांचा क्षेत्रों में निजी कंपनियों को शामिल करते हुए संसाधन जुटाये जायेंगे और संपत्तियों का विकास किया जायेगा.
निजी निवेश हासिल करने के लिए चेन्नई, भोपाल, वाराणसी एवं वडोदरा सहित भारतीय हवाई अड्डा प्राधिकरण (एएआई) के करीब 25 हवाई अड्डे, 40 रेलवे स्टेशनों, 15 रेलवे स्टेडियम और कई रेलवे कॉलोनियों की पहचान की गयी है. इन्हें निजी क्षेत्र के निवेश से विकसित किया जायेगा.