सरदार वल्लभभाई पटेल की प्रतिमा ‘स्टैच्यू ऑफ यूनिटी’ का 31 अक्तूबर 2018 को अनावरण किया जायेगा। साल 2013 में पीएम नरेन्द्र मोदी ने गुजरात के मुख्यमंत्री के तौर पर ‘स्टैच्यू ऑफ यूनिटी’ की नींव रखी थी। लगभग 2,989 करोड़ रुपये के इस प्रोजेक्ट के तहत सरदार पटेल की 182 मीटर ऊँची प्रतिमा, मेमोरियल, गार्डेन और श्रेष्ठ भारत भवन नाम से एक कन्वेंशन सेंटर का निर्माण किया जाना है। पूरी तरह से लोहे की बनी लौह पुरुष की इस प्रतिमा के निर्माण के लिए देश भर से किसानों-मजदूरों से लोहा एकत्र किया गया है। लेकिन क्या आपको पता है कि आखिर कौन है वो सख्श जिसने दुनिया की सबसे ऊंची प्रतिमा का निर्माण किया है? तो चलिए आपको बताते है कि वो सख्स हैं जानेमाने शिल्पकार राम वी. सुतार। पद्मभूषण से सम्मानित राम वी. सुतार ने ही ‘स्टैच्यू ऑफ यूनिटी’ को डिजाइन किया है।
अब तक सैकड़ों प्रतिमाएं बना चुके राम वी. सुतार को शिल्पकला विरासत में मिली थी। मूल रूप से महाराष्ट्र के एक गाँव गोंदूर में रहनेवाले राम वी. सुतार ने छोटी उम्र में ही अपने गुरु श्रीराम कृष्ण जोशी से शिल्पकारी सीखना शुरू कर दिया था। जिसके बाद उन्होंने जेजे स्कूल ऑफ आर्ट में आगे की पढाई की।
संसद भवन परिसर में लगी महात्मा गांधी की 17 फिट उंची प्रतिमा का निर्माण भी राम वी. सुतार ने ही किया है। पटना के गांधी मैदान, कर्नाटक विधानसभा के साथ-साथ उनके द्वारा बनाई गई महात्मा गाँधी की प्रतिमा 300 से ज्यादा देशों में लगाई जा चुकी हैं। शिल्पकला के क्षेत्र में अभूतपूर्व योगदान के लिए राम वी. सुतार को साल 1999 में पद्मश्री और 2016 में पद्म भूषण से सम्मानित किया गया था।
मुंबई में अरब सागर के तट पर लगने वाली शिवाजी की प्रतिमा का डिजाइन भी राम वी. सुतार ही तैयार कर रहें है। बताया जा रहा है कि यह प्रतिमा 212 मीटर ऊँची होगी। इस परियोजना की कीमत लगभग 3600 करोड़ रुपये आंकी गई है।