दुनियाभर में ‘वानाक्राई रैंसमवेयर’ की वजह से हंगामा मचा हुआ है। जिसमें हैक करने के बाद शिकार लोगों से ‘बिटक्वाइन’ के बदले फिरौती मांगी जा रही है। इसी बीच आरबीआई ने साफ किया है कि जिन एटीएम नेटवर्क के साफ्टवेयर अपडेट हो चुके हैं उन्हें ही चालू किया जाए।
सूत्रों के अनुसार एटीएम मशीनें इस मॉलवेयर की आसान शिकार बन सकती हैं। क्योंकि, ये मशीने लगभग विंडोज साफ्टवेयर पर ही चलती हैं। अनुमान के मुताबिक देशभर के कुल सवा दो लाख एटीएम में से 60 प्रतिशत एटीएम आउटडेटेड विंडोज एक्सपी पर चल रहे हैं।
ऐसे में आरबीआई का कहना है कि बिना सॉफ्टवेयर अपडेट किए एटीएम चालू न किए जाए। इसके साथ ही जानकारों का मानना है कि एटीएम में कोई डाटा नहीं होता है ऐसे में इसपर उतना खतरा नहीं है। इसलिए ग्राहकों को डरने की जरूरत नहीं है।
दरअसल एक कंप्यूटर मालवेयर के जरिए हमला करने वालों ने लोगों के कंप्यूटर सिस्टम को लॉक कर दिया और उसके बाद उसे खोलने के लिए फिरौती की मांग की। साइबर अटैकर्स ने बिटकॉइन्स में 300 डॉलर की फिरौती की मांग की है। फ्रांस, रूस, ब्रिटेन, स्वीडन, रूस सहित दुनिया के कई देश इससे सबसे ज्यादा प्रभावित हुए हैं।