प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) ने गुरुवार को कहा कि ‘रिसर्च और इनोवेशन’ को जीने का तरीका बनाना होगा. प्रधानमंत्री मोदी ने इस वर्ष के ‘स्मार्ट इंडिया हैकाथॉन'(Smart India Hackathon) के फाइनल में भाग लेने वाले छात्रों को गुरुवार रात वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से संबोधित करते हुए कहा कि समाज में नवाचार और उद्यम को अब और अधिक स्वीकृति मिल रही है. उन्होंने कहा कि बुनियादी ढांचा, स्वास्थ्य, डिजिटल, कृषि, शिक्षा, रक्षा क्षेत्रों में क्रांति हो रहीं हैं और नवोन्मेषकों के लिए नये अवसर उभर रहे हैं.
स्वतंत्रता दिवस (Independence Day) के अपने संबोधन के दौरान ‘जय अनुसंधान’ का जिक्र करने वाले प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि स्मार्ट इंडिया हैकाथॉन के प्रतिभागी इसके ध्वजवाहक हैं. मोदी ने ‘स्मार्ट इंडिया हैकाथॉन’ को जन भागीदारी का एक उत्कृष्ट उदाहरण करार दिया. हैकाथॉन एक राष्ट्रव्यापी पहल है जिसके तहत लोगों के दैनिक जीवन में पेश आ रही समस्याओं का समाधान तलाशने के लिये छात्रों को मंच प्रदान किया जाता है और इसके माध्यम से नवाचार की संस्कृति का पोषण किया जाता है.
इस पहल का उद्देश्य छात्रों के बीच उत्पाद संबंधी नवाचार, समस्या-समाधान और लीक से हटकर सोचने की संस्कृति विकसित करना है. शिक्षा मंत्रालय स्मार्ट इंडिया हैकाथॉन का सॉफ्टवेयर एवं हार्डवेयर संस्करण 15 हजार से अधिक छात्रों के लिये आयोजित कर रहा है. ‘स्मार्ट इंडिया हैकाथॉन हार्डवेयर ग्रैंड फिनाले’ 25 से 29 अगस्त तक निर्धारित है जबकि साफ्टवेयर संस्करण 25 से 26 अगस्त तक आयोजित होगा.