डॉलर के मुकाबले रुपए में भारी गिरावट दर्ज की गई है। डॉलर का भाव बढ़कर 70.07 रुपए दर्ज किया गया है। बताया जा रहा है कि अंतरराष्ट्रीय बाजार में तुर्की की करेंसी लीरा को लेकर आए संकट की वजह से डॉलर में मजबूती देखी जा रही है और इसका असर रुपए पर भी पड़ रहा है। इसके अलावा देश के विदेशी मुद्रा भंडार 3 अगस्त को खत्म हुए सप्ताह के दौरान घटकर 402.70 अरब डॉलर रह गया है जो 15 दिसंबर 2017 के बाद सबसे कम विदेशी मुद्रा है।
रुपए में आई गिरावट के चलते अब डॉलर के लिए जहाँ ज्यादा रुपए चुकाने पड़ेंगे, तो ऐसे में विदेशों से इंपोर्ट किये गए सामान महंगे हो सकतें हैं। इनमे पेट्रोल और डीजल सहित , विदेशी मोबाइल, टेलिविजन, लैपटॉप और सोने के आभूषण जैसी वस्तुएं शामिल हैं। वहीँ दूसरी तरफ डॉलर के मजबूत होने से अब निर्यातकों को ज्यादा फायदा मिलने की उम्मीद जताई जा रही है जिसका फायदा इंजिनीयरिंग प्रोडक्ट्स , जेम्स एंड ज्वैलरी, पेट्रोलियम प्रोडक्ट्स और कई कृषि आधारित प्रोडक्ट्स का ज्यादा निर्यात करने वालों को मिलेगा।