यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की ने सोमवार को कहा कि उन्होंने अपने देश के खिलाफ ‘रूस के हमलों’ का जवाब देने की जरूरत के बारे में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को सूचित किया है. उन्होंने यूक्रेन के लोगों को निरंतर समर्थन के लिए भारत को धन्यवाद दिया.
प्रधानमंत्री मोदी से लगभग 35 मिनट तक टेलीफोन पर बातचीत के बाद राष्ट्रपति जेलेंस्की ने ट्वीट किया, “भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को रूसी हमलों से यूक्रेन के मुकाबले के बारे में सूचित किया है”
जेलेंस्की ने कहा, “भारत ने युद्ध के समय अपने नागरिकों की सहायता के लिए तथा सर्वोच्च स्तर पर शांतिपूर्ण वार्ता को दिशा देने के लिए यूक्रेन की प्रतिबद्धता की सराहना की है. यूक्रेन की जनता को समर्थन के लिए आभारी हूं. रूस को रोका जाए.”
यूक्रेन में संघर्ष शुरू होने के बाद मोदी और जेलेंस्की के बीच यह दूसरी टेलीफोन बातचीत है. प्रधानमंत्री मोदी ने पूर्वी यूरोपीय देश में चल रहे संघर्ष को कम करने के लिए हिंसा को तत्काल समाप्त करने के अपने आह्वान को दोहराते हुए यूक्रेन के सूमी शहर में फंसे भारतीयों को निकालने के लिए जेलेंस्की का समर्थन मांगा.
रूस और यूक्रेन के सैनिकों में भीषण गोलाबारी के बीच लगभग 700 भारतीय छात्र सूमी में फंसे हैं. भारत ने मिशन ‘ऑपरेशन गंगा’ के तहत 76 उड़ानों से अपने लगभग 16,000 नागरिकों की वापसी कराई है. यूक्रेन के खिलाफ 24 फरवरी को रूस के सैन्य हमले शुरू होने के बाद 26 फरवरी को यह अभियान शुरू किया गया था.
भारत ने रूस और यूक्रेन दोनों के अधिकारियों से अनुरोध किया है कि छात्रों की सुरक्षित निकासी के लिए एक गलियारा बनाया जाए.
प्रधानमंत्री मोदी ने वर्तमान संघर्ष की स्थिति और उसके परिणामस्वरूप मानवता पर आने वाले संकट के बारे में गहरी चिंता प्रकट की है तथा हिंसा को फौरन रोकने की जरूरत बताई है.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने यूक्रेन पर हमला शुरू होने के बाद दो मार्च को रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से भी बात की थी.
आधिकारिक सूत्रों ने नयी दिल्ली में कहा कि मोदी ने सोमवार को फिर से राष्ट्रपति पुतिन से बात की और उन्हें युद्धग्रस्त यूक्रेन के सूमी से भारतीय नागरिकों को जल्द से जल्द सुरक्षित निकालने की जरूरत के बारे में बताया.
सूत्रों ने बताया कि प्रधानमंत्री ने संघर्षविराम की घोषणा और सूमी समेत यूक्रेन के कुछ हिस्सों में मानवीय गलियारों की स्थापना की भी सराहना की.