महिलाओं के सोलह श्रीगांर वैसे तो काफी खास होते हैं, लेकिन अगर उनमें मेहंदी ना हो तो सभी श्रींगार बेकार ही नहीं बल्कि अधूरे माने जाते हैं।इस लिए मेहंदी भी सोलह श्रींगारों में एक खास श्रींगार होता है। शादी हो या कोई त्योहार, भारतीय संस्कृति में महिलाएं मेहंदी लगाना बिल्कुल नहीं भूलती हैं। अगर बात महिलाओं के त्योहार तीज की की जाए, तो इसमें हरी व लाल चूड़ियों,हरी और लाल बिंदिया भी काफी मायने रखती है और इसके साथ-साथ मेहंदी लगाने का भी अलग महत्व हैं। हम आपको बताएंगे कि क्यों सावन महीने में और तीज के खास मौके पर महिलाएं हाथों पर मेहंदी लगाती है।
सावन में मेहंदी लगाना एक परंपरा है, ऐसी भारतीय मान्यता है कि तीज के पावन अवसर पर मेहंदी लगाने से पति-पत्नी का रिश्ता मजबूत होता है। वहीं मेहंदी के बारे में एक और मान्यता है कि जिसके हाथ की मेहंदी जितनी गहरी होती है, उसको उतना ही अपने पति और ससुराल का प्रेम मिलता है। जिस वजह से सावन महीने में महिलाएं मेहंदी लगाकर अपने हाथों को खूबसूरत बनाती हैं।