शिवसेना (Shivsena) ने भाजपा (BJP) पर हल्ला बोलते हुए विनायक दामोदर सावरकर को भारत रत्न (Bharat Ratna) न देने पर सवाल उठाया है. शिवसेना के मुख्य प्रवक्ता संजय राउत (Sanjay Raut) ने कहा कि देश का सर्वोच्च नागरिक सम्मान भारत रत्न “महान और हिंदुत्ववादी नेता” सावरकर को दिया जाना चाहिए. शिवसेना की वार्षिक दशहरा रैली (Dussehra Rally) के दौरान रविवार को पार्टी अध्यक्ष उद्धव ठाकरे (Uddhav Thackeray) ने कोविड-19 (Covid-19) की स्थिति की वजह से विशाल शिवाजी पार्क (Shivaji Park) की जगह दादर इलाके में स्थित सावरकर हॉल में संबोधन दिया था.
प्रदेश भाजपा के प्रवक्ता केशव उपाध्ये ने बाद में सत्ताधारी दल पर सत्ता के लिए हिंदुत्व से समझौते का आरोप लगाया. उपाध्ये ने कहा, “उद्धव ठाकरे ने कांग्रेस द्वारा सावरकर की आलोचना पर एक शब्द नहीं कहा और अब उन्हें सावरकर प्रेक्षागृह से दशहरा रैली को संबोधित करना पड़ा.” उनकी टिप्पणी पर प्रतिक्रिया देते हुए राउत ने सोमवार को कहा कि शिवसेना “कभी सावरकर से जुड़े मुद्दों पर चुप नहीं रही और कभी ऐसा करेगी भी नहीं.”
भाजपा का नाम लिए बगैर राउत ने कहा कि पार्टी को सावरकर पर शिवसेना के रुख को लेकर इतिहास खंगालना चाहिए. राज्यसभा सदस्य ने कहा, “वीर सावरकर हमेशा से शिवसेना और हिंदुत्व के प्रेरक रहे हैं. जो लोग हम पर सवाल उठा रहे हैं…वे वीर सावरकर को भारत रत्न क्यों नहीं देते?” राउत ने जानना चाहा, “आपने अपने पिछले छह साल से शासन में कई लोगों को यह पुरस्कार दिया. वीर सावरकर को भारत रत्न देने में आपको क्या परेशानी थी?”