सिद्धार्थ यूनिवर्सिटी कपिलवस्तु के दूसरे दीक्षांत समारोह में कुलाधिपति रामनाईक ने छात्राओं की हौसला आफजाई की। इस मौके पर उन्होंने छात्रों को सचेत करते हुए कहा की बराबरी करने के लिए कड़ी मेहनत करनी होगी। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि 28 में से 17 गोल्ड मेडल छात्राओं को मिलना महिला सशक्तिकरण का ही प्रमाण है।
कुलाधिपति नाईक ने कहा की असफल लोग शार्ट कट अपनाते हैं,जो जिंदगी के विकास को ब्रेक डाउन करता है। स्पर्धा में उच्च गुणवत्ता ही काम आता है।दुनिया में कड़ी स्पर्धा है,इसके चुनौती को स्वीकार करना होगा,तभी विकास सम्भव हो सकेगा।
कुलाधिपति ने कहा की गोल्ड मेडल पाने वालों में 11 लड़के तो 17 लड़कियां हैं। यह आंकड़ा सिर्फ सिद्धार्थ यूनिवर्सिटी का ही नही है। पूरे उत्तरप्रदेश में देखा जाए तो यूनिवर्सिटी की परीक्षा में लड़कियों की सफलता की प्रतिशत का दर 51% है। यह सब महिला सशक्तिकरण का प्रमाण है। जिसको बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ के सुखद परिणाम से भी देखा जाना चाहिए। महामहिम कुलाधिपति ने लड़कों को आगाह करते हुए आह्वान किया की भविष्य में आगे आने के लिए कड़ी मेहनत करनी होगी। रामनाईक ने मेडल पाने वाले विद्यार्थियों की ओर इशारा करते हुए कहा की आप सब ने प्रतिज्ञा ली है यह बहुत ही अच्छी बात है लेकिन इसको निभाना कठिन काम है।
( मोहन मद्धेशिया । बरगदवा महराजगंज )