भारतीय क्रिकेट बोर्ड (BCCI) अध्यक्ष सौरव गांगुली ने शुक्रवार को कहा कि संघर्ष कर रहे दिग्गज बल्लेबाज विराट कोहली को सिर्फ भारत के लिए बल्कि अपने लिए भी रन बनाने की जरूरत है. कोहली 2019 में ईडन गार्डन्स में बांग्लादेश के खिलाफ गुलाबी गेंद के टेस्ट में शतक जड़ने के बाद अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में तीन अंक में रन नहीं जुटा सके है. वह शनिवार से यहां शुरू हो रहे एशिया कप में फिर से पुरानी लय को हासिल करने की कोशिश करना चाहेंगे.
गांगुली ने यहां एक बातचीत के दौरान कहा, ‘‘ उसे (कोहली) न केवल भारत के लिए बल्कि खुद के लिए रन बनाने की जरूरत है. उम्मीद है कि यह उसके लिए अच्छा सत्र होगा. हम सभी को विश्वास है कि वह लय में वापस आएगा.”
भारत के सबसे सफल कप्तानों में एक रहे गांगुली ने कहा, ‘‘ मुझे यकीन है कि जैसे हम सब उसके शतक का इंतजार कर रहे है वह भी उसके लिए उतनी ही मेहनत कर रहा है. टी20 क्रिकेट में बल्लेबाज के पास समय कम होता है ऐसे में शतक लगने की संभावना कम हो जाती है लेकिन उम्मीद है कि कोहली के लिए यह सफल सत्र होगा.”
तैंतीस साल के कोहली ने जून-जुलाई में इंग्लैंड दौरे के बाद एक महीने के विश्राम पर है. भारतीय टीम ने इस दौरान वेस्टइंडीज और जिम्बाब्वे में सीमित ओवरों की श्रृंखला खेली है. पिछली पांच पारियों में कोहली का सर्वोच्च स्कोर 20 रन रहा है जो उन्होंने इंग्लैंड के खिलाफ पांचवें टेस्ट मैच की दूसरी पारी में बनाया था.
रॉयल चैलेंजर्स बेंगलोर की कप्तानी छोड़ने के बाद इंडियन प्रीमियर लीग के 15वें सत्र में उनका बल्ला उम्मीदों पर खरा नहीं उतरा. उन्होंने आईपीएल के इस सत्र में 16 मैचों में 22.73 के औसत से 341 रन बनाये गत चैम्पियन भारतीय टीम एशिया कप में पाकिस्तान के खिलाफ मैच से 28 अगस्त को अपने अभियान की शुरुआत करेगी. पाकिस्तान ने इसी स्थल पर पिछले साल विश्व कप में भारतीय टीम को करारी शिकस्त दी थी.
गांगुली ने कहा कि टी20 विश्व कप की हार का आगामी मैचों के नतीजों पर बहुत कम असर पड़ेगा. गांगुली ने कहा, ‘‘ मैं 1992 से भारत-पाक मैचों को करीब से देख रहा हूं. इन 30 वर्षों में हम केवल एक बार हारे हैं. यह कोई जादू नहीं है कि नतीजा हमेशा आपके पक्ष में रहेगा. आप कभी-कभार हारते हैं, यह कोई बड़ी बात नहीं है.”
बीसीसीआई अध्यक्ष के रूप में गांगुली का कार्यकाल सितंबर में समाप्त होने वाला है और न्यायमूर्ति डी वाई चंद्रचूड़ की अध्यक्षता वाली उच्चतम न्यायालय की पीठ छह साल के कार्यकाल के बाद ‘कूलिंग ऑफ’ अवधि में संशोधन के लिए बोर्ड की याचिका पर फैसला करेगी. उन्होंने बीसीसीआई अध्यक्ष बनने से पहले बंगाल क्रिकेट संघ (सीएबी) में काम किया था.
उन्होंने कहा, ‘‘ यह मेरे हाथ में नहीं है. मुझे नहीं पता, जो भी होना होगा वह होगा. हम देखेंगे.” गांगुली ने इस मौके पर अखिल भारतीय फुटबॉल महासंघ (एआईएफएफ) चुनावों में अध्यक्ष पद के लिए पूर्व खिलाड़ियों बाइचुंग भूटिया और कल्याण चौबे के बीच मुकाबला होने पर खुशी जतायी. उन्होंने कहा, ‘‘खेल प्रशासन में खिलाड़ियों का आना अच्छा होता है. उन्हें खेल का कहीं बेहतर ज्ञान है. यह बहुत अच्छा है कि कल्याण चौबे और बाइचुंग भूटिया एआईएफएफ शीर्ष पद के लिए मुकाबले में हैं. ‘