एसोसिएटेड प्रेस की एक जांच में इसका खुलासा हुआ है कि कतर ने 2022 में होने वाले विश्व कप फुटबॉल की मेजबानी हासिल करने और उसे बनाये रखने के लिये विश्व फुटबॉल की सर्वोच्च संस्था फीफा के अधिकारियों की जासूसी करने में सीआईए के एक पूर्व अधिकारी की मदद ली थी.
विश्व कप फुटबॉल दुनिया का सबसे लोकप्रिय खेल टूर्नामेंट हैं जिसकी मेजबानी करने से विश्व के सबसे धनी देशों में से एक कतर को विश्व पटल पर खुद को स्थापित करने का मौका मिलेगा.
एपी की जांच में पाया गया कि कतर ने मेजबानी की दौड़ में शामिल अन्य देशों तथा 2010 में मेजबान का चयन करने वाले प्रमुख फुटबॉल अधिकारियों की जासूसी करने के लिये सीआईए के पूर्व अधिकारी केविन चाल्कर की सेवाएं ली थी.
चाल्कर ने फुटबॉल जगत में देश के आलोचकों पर नजर रखने के लिये बाद के वर्षों में भी कतर के लिये काम किया.
एपी की जांच चाल्कर के पूर्व सहयोगियों से बातचीत के अलावा विभिन्न ठेकों, खरीदारी के बिलों, ईमेल और व्यावसायिक दस्तावेजों की समीक्षा पर आधारित है.
दस्तावेजों की जांच में पाया गया कि जासूसी कार्य में प्रतिद्वंद्वी देशों की बोलियों पर निगरानी रखने के लिये किसी का फोटो पत्रकार बनना और फेसबुक पर आकर्षक महिला के रूप में पेश होकर लक्ष्य के करीब पहुंचना भी शामिल था.
कतर सरकार के किसी अधिकारी ने इस पर प्रतिक्रिया करने के आग्रह का जवाब नहीं दिया। फीफा ने भी टिप्पणी करने से इनकार कर दिया.