फिल्म अभिनेत्री सनी लियोन ने ममता और मानवता की एक नयी मिसाल कायम की है। उन्होंने साबित कर दिया है कि मानव धर्म और इंसानियत से बढ़कर कुछ नहीं होता। बताया जा रहा है कि सनी लियॉन ने जिस बच्ची को गोद लिया था, उनसे पहले उन मासूम बच्ची को 11 दंपतियों ने गोद लेने से इंकार कर दिया था।
सनी लियोन और गोद ली गई इस बच्ची के बारे में जानकारी चाइल्ड एडॉप्शन रिसोर्स एजेंसी (सीएआरए) ने मुहैया कराई है। सीएआरए के सीईओ, लेफ़्टिनेंट कर्नल दीपक कुमार का कहना है कि ज़्यादातर दंपत्ति बच्चे के रंग, चेहरे और बच्चे की मेडिकल हिस्ट्री को लेकर बेहद उत्सुक रहते हैं और ज़्यादातर इन्हीं वजहों से बच्चों को अपनाया या ठुकराया जाता है। लेकिन सनी और उनके पति डेनियल ने इन सब में कोई दिलचस्पी नहीं दिखाई।
बल्कि इस अभिनेत्री ने बच्ची के बैकग्राउंड, रंग, मेडिकल हिस्ट्री जैसी चीज़ों की परवाह न करते हुए उसे गोद लिया था। दीपक कुमार के मुताबिक, सनी ने बच्ची गोद लेने के लिए बाकि दंपतियों की तरह ही लाइन में लगकर अपनी बारी आने का इंतज़ार किया हैं। जो कि काबिले तारीफ है क्यूंकि उन्होंने नियमों को तोड़े बिना ही सारी औपचारिकताएं पूरी की।
दरअसल सनी लियोंन ने बीते साल 30 सितंबर को सीएआरए के वेब पोर्टल के ज़रिए बच्चे को गोद लेने के लिए आवेदन किया था। सनी के आवेदन के लगभग 9 महीनों बाद 21 जून को उन्हें इस बच्ची के बारे में बताया गया था।
सीएआरए बच्चों को गोद देने वाली सर्वोच्च एजेंसी है और आमतौर पर आवेदन करने वालों को बच्चे को अपनाने की मंज़ूरी देने के लिए 48 घंटों का समय दिया जाता है लेकिन सनी ने इसे लेकर अपनी सहमति अगले दिन ही दे दी थी।