तिहाड़ जेल भी डिजिटल और कैशलेस हो गया है। अब तिहाड़ हाट में डिजिटल ट्रांजैक्शन को बढ़ावा दिया जा रहा है। यहां कैदियों के बनाई चीजों की बिक्री के लिए डिजिटल तकनीक का इस्तेमाल किया जा रहा है। जेल प्रशासन के मुताबिक तिहाड़ जेल ब्रैंड के अंतर्गत बेची जाने वाली चीजों के लिए पूरी तरह से कैशलेस व्यवस्था लागू की गई है। सभी स्टॉल पर POS मशीनें लगवाई गयी हैं। इंपोरियम में भी ऐसी ही व्यवस्था करवाई गई है।' तिहाड़ में अब कार्ड स्वाइप करके प्रिजनर प्रॉपर्टी अकाउंट में पैसे भेजे जा सकते हैं। अगर कैदी का परिवार दिल्ली में नहीं भी है तो सीधे उनके अकाउंट में पैसे भेजे जा सकते हैं।