भारतीय वायु सेना ने बताया कि उसके चार विमान यूक्रेन में फंसे 798 भारतीयों को रोमानिया की राजधानी बुखारेस्ट, हंगरी की राजधानी बुडापेस्ट और पोलैंड के शहर ज़ेज़ॉ से लेकर बृहस्पतिवार को हिंडन वायुसैनिक अड्डे पहुंचे.
वायु सेना ने बताया कि भारतीय वायु सेना का पहला विमान बुखारेस्ट से 200 यात्रियों को लेकर बुधवार देर रात करीब डेढ़ बजे हिंडन वायुसैनिक अड्डे पहुंचा. दूसरा विमान बुडापेस्ट से 210 भारतीयों को लेकर बृहस्पतिवार सुबह हिंडन वायुसैनिक अड्डे पर उतारा. इसके थोड़ी देर बाद ही, तीसरा विमान 208 नागरिकों के साथ ज़ेज़ॉ से यहां पहुंचा.
भारतीय वायुसेना ने एक बयान में कहा, ‘‘ भारतीय वायु सेना का चौथा सी-17 विमान सुबह करीब सवा आठ बजे गाजियाबाद स्थित हिंडन वायुसैनिक अड्डे पहुंचा. उसमें कम से कम 180 यात्री सवार थे, जिनमें से अधिकतर छात्र थे.’’
निकासी अभियान में भारतीय वायु सेना अपने ‘सी-17’ सैन्य परिवहन विमान का इस्तेमाल कर रही है. बयान में कहा गया, ‘‘ आज, यूक्रेन के पड़ोसी देशों से भारतीय वायुसेना के तीन और विमानों का संचालन किया जाएगा.’’
भारत, रूस के यूक्रेन पर हमला करने के बाद से युद्धग्रस्त देश में फंसे अपने नागरिकों को रोमानिया, हंगरी और पोलैंड जैसे यूक्रेन के पड़ोसी देशों के रास्ते स्वदेश ला रहा है.
भारतीय वायुसेना ने कहा, ‘‘ भारतीय वायुसेना के सी-17 परिवहन विमान का उपयोग हाल के दिनों में कई जगह, खासकर अफगानिस्तान में फंसे हुए भारतीय नागरिकों को निकालने के लिए बड़े पैमाने पर किया गया है.’’
बयान में कहा गया, ‘‘ इन विमानों का उपयोग पिछले साल कोविड-19 के प्रकोप के दौरान ‘ऑक्सीजन कंटेनरों’ के परिवहन के लिए भी किया गया था.’’
युद्धग्रस्त देश में फंसे भारतीयों को निकालने के लिए विशेष दूत के तौर पर केन्द्रीय मंत्री किरेन रिजिजू को स्लोवाकिया, ज्योतिरादित्य सिंधिया को रोमानिया, हरदीप पुरी को हंगरी और वी के सिंह को पोलैंड भेजा गया है. उन्हें भारतीयों के निकासी संबंधी मिशन के लिए समन्वय कायम करने और छात्रों की मदद करने के लिए भेजा गया है.