उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) ने कहा है कि लॉकडाउन (Lockdown) के कारण अन्य राज्यों के यूपी में फंसे लोगों को यदि उनके गृह राज्य की सरकार वापस बुलाने का निर्णय लेगी तो प्रदेश सरकार इसकी अनुमति देते हुए ऐसे लोगों को वापस भेजने में सहयोग करेगी. मुख्यमंत्री कार्यालय की ओर से जारी एक ट्वीट में यह जानकारी दी गई है.
ग़ौरतलब है कि लॉकडाउन के चलते यूपी में अन्य राज्यों के कई प्रवासी लोग फंसे हैं. इनमें मजदूरों की संख्या ज्यादा है. कुछ दिन पहले महाराष्ट्र सरकार ने भी कहा था कि केंद्र से अनुमति मिले तो प्रदेश में फंसे प्रवासियों को उनके गृह राज्य भेजने पर विचार किया जा सकता है. कुछ इसी तरह का बयान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के दफ्तर की ओर से कहा गया है. बयान के मुताबिक अगर राज्य सरकारें प्रवासियों को बुलाने का निर्णय लेंगी तो यूपी सरकार इस काम में जरूर सहयोग करेगी.
अभी हाल में प्रदेश सरकार ने राजस्थान के कोटा में फंसे सैकड़ों छात्रों को यूपी बुलाया था. छात्रों को कोटा से लाने के लिए 300 से ज्यादा बसें भेजी गई थीं. हालांकि इस पर जमकर राजनीति भी हुई और बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने तो यहाँ तक कह दिया कि लॉकडाउन में किसी को नहीं बुलाया जाना चाहिए. अगर ऐसी बात है तो प्रवासी मजदूरों को क्यों छोड़ा जा रहा है. आपको बता दें कि पिछले महीने दिल्ली से सटे गाजियाबाद बॉर्डर (Ghaziabad Border) पर अचानक हजारों मजदूर इकट्ठा हो गए थे जो अपने घर जाने के लिए लॉकडाउन के बीच निकल पड़े थे. यूपी सरकार ने बसों का इंतजाम कर इन सभी लोगों को उनके घर पहुंचाने का काम किया था.
उत्तर प्रदेश में कोरोना वायरस ( Coronavirus) तेजी से पांव पसार रहा है. सूबे में अब तक साढ़ें 14 सौ से ज्यादा लोग इस जानलेवा वायरस (Dedly Virus) की चपेट में आ चुके हैं. प्रदेश में सबसे ज्यादा 324 संक्रमित लोग आगरा में हैं और दूसरे पायदान पर राजधानी लखनऊ (Lucknow) है, जहां 170 लोग संक्रमित हैं. बुधवार को प्रदेश में कोरोना के 112 नए मरीज मिले. संक्रामक रोग विभाग के संयुक्त निदेशक डॉ विकासेंदु अग्रवाल (Dr. Vikasendu Agrawal) ने बताया कि आगरा (Agara) में अब तक 324, लखनऊ में 170, गाजियाबाद (Ghaziabad ) में 48, नोएडा (Noida) में 103, लखीमपुर खीरी (Lakhimpur Khiri) में 4, कानपुर (Kanpur) में 81, पीलीभीत (Pilibhit) में 2, मुरादाबाद (Moradabad) में 94, वाराणसी (Varanasi) में 19, शामली (Shamali) में 26, जौनपुर में (Jaunpur) 5, बागपत (Bagput) में 15, मेरठ (Meerut) में 82, बरेली (Bareli)में 6, बुलंदशहर (Bbulandshahr) में 22, बस्ती (Basti) में 20, हापुड़(Hapud) में 18, गाजीपुर(Ghazipur) में 6, आजमगढ़ (Azamghadh) में 7, फिरोजाबाद (Firozabad) में 65, हरदोई (Hardoi) में 2, प्रतापगढ़ (Pratapgadh) में 6, सहारनपुर (Saharanpur) में 8, शाहजहांपुर (Shahjahanpur) में 1, बांदा (Banda) में 3, महाराजगंज (Maharajganj ) में 6, हाथरस (Hathras) में 4, मिर्जापुर (Mirjapur) में 3, रायबरेली (Raibareli) में 43 लोग संक्रमित हैं.