कोरोना वायरस (Coronavirus) के संकट काल में मजदूरों को सुरक्षित घर तक पहुंचाने के लिए केंद्र और राज्य सरकारें ट्रेनें और बसें चलाकर प्रयास कर रही हैं लेकिन फिर भी ये सब जरूरत के हिसाब से पर्याप्त नहीं दिख रहा है. काम के लिए दूसरे प्रदेशों में गए मजदूर बड़ी संख्या में पैदल चलकर ही अपने घर लौट रहे हैं. ऐसे में उत्तर प्रदेश सरकार (Uttar Pradesh Government) के राज्यमंत्री चौधरी उदयभान सिंह (Chaudhary Udaybhan singh) ने पैदल घर जा रहे मजदूरों पर विवादास्पद बयान दिया है.
चौधरी उदयभान सिंह ने सड़क पर पैदल चलकर घर जा रहे मजदूरों की तुलना चोरों और डकैतों से कर दी है. उन्होंने कहा कि मजदूर चोर-डकैतों की तरह भाग रहे हैं.
चौधरी उदयभान सिंह ने आगे कहा मजदूरों के साथ हुए हादसे को किसी ने आमंत्रित नहीं किया है. हमने जगह-जगह स्टॉल लगाए हैं, खाना बना रहे हैं और खिचड़ी बना रहे हैं. मजदूरों को वहीं रोक रहे हैं. लेकिन कुछ लोग रुक रहे हैं और कुछ लोग खेतों में से ऐसे भाग रहे हैं, जैसे चोर और डकैत हैं. हम उन्हें बुलाकर पानी पिला रहे हैं. कुछ मान रहे हैं और कुछ नहीं मान रहे हैं.
योगी सरकार के मंत्री के इस बयान के बाद विपक्षी दलों ने उन्हें घेरना शुरू कर दिया है. कांग्रेस (Congress) और समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) ने इस तरह के बयान की निंदा की है. कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अजय लल्लू (Ajay lallu) ने कहा कि इस तरह का बयान मज़दूरों की ग़रीबी का उपहास करने जैसा है. वहीं, एसपी प्रवक्ता जूही सिंह (Juhi Singh) ने इस बयान की निंदा करते हुए कहा कि जनप्रतिनिधि अगर इन्हें खाना खिला रहे हैं तो वो किसी भी तरह का एहसान नहीं कर रहे. उन्होंने इस तरह के बयान को शर्मनाक बताया.
दरअसल, यूपी के औरैया(Auraiya) जिले में शनिवार को एक सड़क दुर्घटना के दौरान 24 मजदूरों की मौत हो गई थी. इस दौरान बड़ी संख्या में मजदूर घायल हो गये थे. इस घटना के बाद काफी हंगामा हुआ था. घटना के बाद प्रशासनिक स्तर पर यूपी सरकार लगातार सतर्कता बरत रही है.
उत्तर प्रदेश को अन्य राज्यों से जोड़ने वाली कई सड़कों पर बड़ी संख्या में प्रवासी मजदूर मौजूद हैं. ये सभी यहां आने के लिए इंतजार कर रहे हैं. लेकिन वाहनों को प्रवेश नहीं करने दिया जा रहा है. जिस कारण कई जगहों पर लंबा जाम लगा हुआ है. जानकारी मिली है कि यूपी और एमपी के रक्सा बॉर्डर से यूपी पुलिस झांसी में वाहनों को एंट्री नहीं करने दे रही है. इस दौरान मजदूरों ने हंगामा भी किया.
दरअसल यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने इस पर सख्त रवैया अख्तियार किया है. सीएम ने साफ कर दिया है कि यदि कोई श्रमिक पैदल या किसी वाहन में छुपकर या निजी वाहन से प्रदेश में प्रवेश करेगा तो बॉर्डर के थानेदार इसके लिए पूरी तरह जिम्मेदार होंगे.