लखनऊ के गोमती नगर में पुलिस की गोली का शिकार हुए विवेक तिवारी की पत्नी ने मामले की सीबीआई जाँच करने की मांग की है। इसके साथ ही उन्होंने 1 करोड़ रुपये और पुलिस विभाग में नौकरी बतौर मुआवजा माँगा है। एप्पल में एरिया सेल्स मैनेजर के तौर पर काम करने वाले विवेक तिवारी की पत्नी ने उत्तर प्रदेश पुलिस की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाते हुए कहा है कि उन्हें यूपी पुलिस की जाँच पर भरोसा नहीं है।
रिपोर्ट्स के मुताबिक शुक्रवार को देर रात विवेक तिवारी अपनी सहकर्मी के साथ आईफोन की लॉन्चिंग से घर लौट रहे थे। इसी दौरान रास्ते में यूपी पुलिस के कॉन्स्टेबल प्रशांत चौधरी ने उनपर गोली चला दी। गोली लगते ही उनका संतुलन बिगड गया और गाडी डिवाइडर से जा टकराई। हादसे के बाद विवेक को लोहिया अस्पताल ले जाया गया, जहां उन्होंने दम तोड़ दिया। विवेक की सहकर्मी की शिकायत पर पुलिस ने मामला दर्ज कर गोली चलाने वाले कॉन्स्टेबल प्रशांत कुमार और संदीप को गिरफ्तार कर लिया है। प्रारंभिक जांच के बाद अब दोनों आरोपी सिपाहियों को बर्खास्त कर दिया गया है।
वहीँ इस मामले में पुलिस का कहना है कि गस्त कर रहे पुलिसकर्मियों ने विवेक तिवारी को गाडी रोकने के लिए कहा था, लेकिन उन्होंने भागने का प्रयास किया। जबकि विवेक की सहकर्मी सना खान का कहना है कि विवेक उन्हें घर ड्रॉप करने जा रहे थे। इसी बीच आरोपी पुलिसवालों ने गाड़ी रोकने की कोशिश की। लेकिन जब विवेक ने साइड से गाड़ी निकालनी चाही तो पुलिसवालों ने सामने से बाइक लगा दी। जिससे विवेक की गाड़ी बाइक से जा लगी। बाइक पर पीछे बैठे सिपाही के हाथों में लाठी थी, आगे वाले सिपाही के पास बंदूक। जिसके बाद आगे बैठे सिपाही ने विवेक पर गोली चला दी।