अमेरिकी कंपनी ने दावा किया है कि चीनी सरकार से जुड़े हैकर्स ने मैलवेयर के जरिए भारत की महत्वपूर्ण पावर ग्रिड प्रणाली को निशाना बनाया था. इसके बाद महाराष्ट्र के गृह मंत्री अनिल देशमुख ने मंगलवार को कहा कि केंद्रीय ऊर्जा मंत्री आर के सिंह ने इस मुद्दे पर उनसे बात की है और सतर्क रहने की जरूरत पर जोर दिया है.
विधान भवन के बाहर मीडियाकर्मियों से बातचीत करते हुए देशमुख ने कहा कि भारत के पावर ग्रिड पर संदिग्ध साइबर हमले पर अमेरिकी कंपनी की रिपोर्ट को राजनीतिक चश्मे से नहीं देखा जाना चाहिए क्योंकि यह पूरे देश संबंधित है न कि सिर्फ मुंबई या महाराष्ट्र से ताल्लुक रखती है.
उन्होंने कहा कि टेलीफोन पर बातचीत के दौरान, सिंह ने इस मुद्दे पर चिंता व्यक्त की और सतर्क रहने को कहा.
गृह मंत्री ने राज्य के साइबर प्रकोष्ठ की जांच रिपोर्ट का हवाला देते हुए कहा कि पिछले साल 12 अक्टूबर को मुंबई में बड़े पैमाने पर बिजली कटौती साइबर हमले का परिणाम हो सकती है.
देशमुख ने सोमवार को अमेरिकी कंपनी की रिपोर्ट के मद्देनजर टिप्पणी की थी. इस रिपोर्ट में संदेह जताया गया है कि आर्थिक राजधानी में बड़े पैमाने पर बिजली कटौती क्या साइबर हमले का नतीजा है.
उन्होंने कहा, “मैंने कल कुछ विदेशी कंपनियों द्वारा मुंबई के बिजली के बुनियादी ढांचे में मैलवेयर के संभावित हमले के बारे में बात की थी.”
राकांपा के कोटे से मंत्री ने कहा कि सिंह ने उन्हें मंगलवार को फोन किया था. देशमुख ने कहा, “उन्होंने मुझसे विवरण मांगा. उन्होंने कहा कि हम सबको इसे लेकर सतर्क रहना चाहिए. उन्होंने भी चिंता जताई थी.”
महाराष्ट्र के मंत्री ने कहा कि केंद्रीय विभाग भी मुद्दे की जांच कर रहा है. देशमुख ने कहा कि अगर विदेशी कंपनियां भारतीय अवसंरचना पर साइबर हमले की योजना बना रही हैं तो सभी राज्यों को सतर्क रहना चाहिए.