मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बृहस्पतिवार को लखनऊ और वाराणसी के बीच पहली विमान सेवा का उद्घाटन किया. इंडिगो एयरलाइन की ओर से शुरू की गई. इस सेवा से मात्र 55 मिनट में वाराणसी और लखनऊ के बीच के सफर को पूरा किया जा सकेगा. यहां चौधरी चरण सिंह अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे पर आयोजित कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री आदित्यनाथ ने कहा कि प्रदेश की राजधानी को देश की आध्यात्मिक राजधानी से जोड़ने का प्रयास सराहनीय है, जिसकी बहुत आवश्यकता थी. ये सेवा प्रधानमंत्री की उड़ान योजना के प्रति उस संकल्प को पूरा करगी जिसमें उन्होंने कहा था कि हवाई चप्पल पहनने वाला आम आदमी भी हवाई यात्रा कर सके.
Delighted to launch our inaugural flight from #Lucknow to #Varanasi. #goIndiGo #NewRoute #Aviation #Launch@myogiadityanath @MoCA_GoI @JM_Scindia @Gen_VKSingh @lkoairport pic.twitter.com/ITiEr3vFLW
— IndiGo (@IndiGo6E) August 10, 2023
एक बयान के मुताबिक मुख्यमंत्री ने भारत सरकार के नागरिक उड्डयन मंत्रालय और इंडिगो एयरलाइन को प्रदेश की जनता की ओर से धन्यवाद देते हुए कहा कि वाराणसी के उद्यमियों, व्यापारियों, जनप्रतिनिधियों, प्रबुद्ध समाज और विश्वनाथ धाम में दर्शन करने वालों की मांग आज पूरी हो रही है. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में वाराणसी ने आध्यात्मिक, सांस्कृतिक और भौतिक विकास के क्षेत्र में नये कीर्तिमान स्थापित किये हैं, ऐसे में वाराणसी का लखनऊ से जुड़ना बहुत जरूरी था.
मुख्यमंत्री ने कहा कि वाराणसी हवाई अड्डे पर 2016-17 में एक वर्ष में केवल 19 लाख यात्री होते थे, लेकिन 2022-23 में यह संख्या बढ़कर 25 लाख से अधिक हो गई है. मुख्यमंत्री आदित्यनाथ ने कहा कि उत्तर प्रदेश में पिछले छह साल में विमान सेवा का तीव्र गति से विस्तार हुआ है. उन्होंने कहा कि उप्र में 2017 से पहले केवल दो क्रियाशील हवाई अड्डे वाराणसी और लखनऊ में थे, लेकिन वर्तमान में प्रदेश में नौ हवाई अड्डे पूरी तरह से क्रियाशील हो चुके हैं. उन्होंने कहा कि 12 हवाई अड्डों को प्रदेश सरकार तेज गति से तैयार करा रही है जिनमें दो अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे शामिल हैं.
उन्होंने कहा कि अयोध्या हवाई अड्डे को दिसंबर में पूरी तरह से क्रियाशील कर दिया जाएगा और एशिया के सबसे बड़े जेवर हवाई अड्डे के पहले रनवे को भी इस वर्ष के अंत तक तैयार कर लिया जाएगा. उन्होंने कहा कि घरेलू हवाई अड्डे के बारे में पहले कोई सोचता भी नहीं था लेकिन आज आजमगढ़, श्रावस्ती, चित्रकूट, अलीगढ़, मुरादाबाद, सहारनपुर को भी विमान सेवा के साथ जोड़ने का काम तेजी से आगे बढ़ रहा है. मुख्यमंत्री ने कहा कि लखनऊ से वाराणसी की दूरी भले ही 300 किमी हो, मगर इस विमान सेवा की नितांत आवश्यकता थी.
मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘हमें वाराणसी के महत्व को समझना होगा. आज पहली उड़ान सेवा के साथ वाराणसी के सभी विधायकगण बनारस जा रहे हैं और वे हवाई मार्ग से ही वापस भी लौटेंगे.’’ मुख्यमंत्री ने लखनऊ से वाराणसी की पहली उड़ान सेवा की पहली महिला यात्री को टिकट प्रदान करते हुए सभी मुसाफिरों को सुखद यात्रा की शुभकामनाएं भी दीं. लखनऊ से वाराणसी की इंडिगो उड़ान सेवा को फिलहाल हफ्ते में तीन दिन मंगलवार, बृहस्पतिवार और शनिवार के लिए शुरू किया गया है.
लखनऊ से वाराणसी के लिए इंडिगो फ्लाइट संख्या सीई-7319 दोपहर 2.20 बजे चौधरी चरण सिंह इंटरनेशनल एयरपोर्ट से उड़ान भरेगी जो 1 घंटे 10 मिनट की यात्रा के बाद 3.30 पर वाराणसी के लाल बहादुर शास्त्री इंटरनेशनल हवाई अड्डे पर पहुंचेगी. इसी प्रकार मंगलवार, बृहस्पतिवार और शनिवार को वाराणसी हवाई अड्डे से इंडिगो फ्लाइट संख्या सीई-7321 शाम 4.05 बजे उड़ान भरेगी जो 55 मिनट बाद लखनऊ हवाई अड्डे पर पहुंचेगी.