मोहाली। भारतीय टेस्ट क्रिकेट टीम के कप्तान विराट कोहली ने बॉल टैंपरिंग विवाद पर अपना पक्ष रखा है। इंग्लैंड के खिलाफ मोहाली में तीसरे टेस्ट से पहले कोहली ने कहा कि वह इस पर नहीं सोच रहे। इससे उनका ध्यान सीरीज से हटता है।
कोहली ने इन आरोपों को खारिज किया कि वह राजकोट टेस्ट के दौरान कुछ गलत कर रहे थे। उन्होंने विडियो पब्लिश करने वाले ब्रिटिश अखबार से उल्टा सवाल पूछा कि आखिर वह क्या गलत कर रहे थे?
पिछले दिनों कोहली का एक विडियो सामने आया था। जिसमें वह गेंद को मुंह के लार्वा से साफ कर रहे थे। विडियो में दावा किया जा रहा था कि कोहली के मुंह में कोई मीठी चीज है। आईसीसी के नियमानुसार ऐसा करना वैध नहीं है। इससे गेंद खराब होती है और गेंदबाजी करने वाली टीम को अतिरिक्त लाभ मिलता है। यह विडियो 9-13 नवंबर को राजकोट में खेले गए सीरीज के पहले टेस्ट मैच का था। आईसीसी ने हालांकि यह कहते हुए आरोपों को खारिज कर दिया था कि क्योंकि बॉल टैंपरिंग की कोई भी शिकायत करने के लिए पांच दिनों की समयसीमा अब समाप्त हो गई है, ऐसे में अब कोहली के खिलाफ कोई मामला नहीं बनता।
वहीँ कोहली ने आईसीसी के फैसले पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि मेरे लिए अखबारों के लेख आईसीसी के फैसले से ज्यादा मायने नहीं रखते। उन्होंने कहा कि मैं अखबार नहीं पढ़ता। मुझे इस बात की जानकारी विवाद के पांच दिन बाद लगी।
कोहली से पहले अभी हाल ही में साउथ अफ्रीकी कप्तान फॉफ डु प्लेसिस पर भी बॉल टैंपरिंग का आरोप लगा। ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ सीरीज के दूसरे टेस्ट मैच के दौरान डु प्लेसिस पर लगा आरोप सही पाया गया। डु प्लेसिस को हालांकि तीसरा टेस्ट मैच खेलने की इजाजत मिल गई लेकिन उन पर मैच फीस का 100 फीसदी जुर्माना लगाया गया।