बंगाल की खाड़ी के ऊपर बना दबाव का क्षेत्र शुक्रवार दोपहर पश्चिम बंगाल (West Bengal) के तट से आगे बढ़ गया, जिससे महानगर और आसपास के जिलों में दुर्गा पूजा के दिनों में भारी बारिश (Heavy Rain) की आशंका कम हो गयी है. मौसम विभाग ने कहा है कि कुछ स्थानों पर हल्की से मध्यम स्तर की बारिश का अनुमान है. मौसम विभाग (IMD) के एक अधिकारी ने बताया, ‘ओडिशा तट के पास उत्तर-पश्चिम बंगाल की खाड़ी के ऊपर बना दबाव का क्षेत्र 22 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से उत्तर-उत्तरपूर्व की ओर बढ़ रहा है. अब यह सागर द्वीप (पश्चिम बंगाल) के करीब 50 किलोमीटर दूर पश्चिम बंगाल-बांग्लादेश तट के पास उत्तरपश्चिम बंगाल की खाड़ी के ऊपर केंद्रित हो गया है.’
दबाव के इस क्षेत्र के उत्तर-उत्तरपूर्व की ओर बढ़ने तथा बांग्लादेश और पश्चिम बंगाल के तटवर्ती हिस्से को पार करने की संभावना है जिससे बंगाल के दक्षिणी हिस्से में मूसलाधार बारिश की आशंका कमजोर हो गयी है. हालांकि मछुआरों को शुक्रवार को भी समुद्र में नहीं जाने की सलाह दी गयी. मौसम विभाग ने शुक्रवार और शनिवार के बीच दक्षिण बंगाल के कई जिलों और शहरों में भारी बारिश का अनुमान जताया था.
वहीं दिल्ली में गुरुवार की शाम प्रदूषण (Delhi air quality) का स्तर ‘बेहद खराब’ श्रेणी में पहुंच गया और आगामी दो दिनों में इसके और खराब होने की संभावना है. यह जानकारी सरकारी एजेंसियों ने दी . दिल्ली का वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) 302 रिकॉर्ड किया गया जो ‘बेहद खराब’ श्रेणी में है. भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने अनुमान जताया है कि पार्टिकुलेट मैटर (पीएम) 10 और पीएम 2.5 में बढ़ोतरी के साथ वायु गुणवत्ता और खराब होगी.
0 और 50 के बीच एक्यूआई को ‘अच्छा’, 51 और 100 के बीच ‘संतोषजनक’, 101 और 200 के बीच ‘मध्यम’, 201 और 300 के बीच ‘खराब’, 301 और 400 के बीच ‘बेहद खराब’ और 401 और 500 ‘गंभीर’ माना जाता है. आईएमडी के अतिरिक्त महानिदेशक आनंद शर्मा ने कहा, ‘वायु गुणवत्ता आगामी दो दिनों में यानी 24 अक्टूबर तक और खराब होगी. पराली जलाने के अलावा अन्य कारक भी हैं, जिससे वायु गुणवत्ता खराब हो रही है. इनमें वाहन प्रदूषण और अपशिष्टों को जलाना भी शामिल है.’
उन्होंने कहा, ‘24 अक्टूबर तक पीएम 2.5 में बढ़ोतरी होगी और पीएम 10 जो अभी ‘खराब’ श्रेणी में है वह ‘काफी खराब’ श्रेणी में चली जाएगी.’ पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय में वायु गुणवत्ता पर नजर रखने वाली एजेंसी ‘सफर’ ने कहा कि हरियाणा, पंजाब और पड़ोसी क्षेत्रों में पराली जलाने की घटनाओं में बढ़ोतरी दर्ज की गई है. बुधवार को यह संख्या 1428 थी.