कोरोना की दूसरी लहर में भारत में सबसे ज्यादा कमी ऑक्सीजन की हुई और खासकर ग्रामीण और दूरदराज के इलाके में ऑक्सीजन के कारण कई मरीजों की जान जाने की दुखद खबर सामने आई, सरकारी तंत्र के लगातार काम करने के बावजूद भी दूरदराज इलाकों में ऑक्सीजन की कमी लगातार बनी रही जिसके बाद मेडिस्कोप इंडिया को डा सुनिता दुबे के प्रयासों से जकार्ता के इंडिया क्लब जकार्ता की तरफ से 40 ऑक्सीजन कंसंट्रेटर की मदद मिली जिससे जिससे देश के ग्रामीण इलाकों में उन मरीजों तक ऑक्सीजन पहुंचाए जाने पर मदद मिलेगी जहां पर ऑक्सीजन की कमी के कारण लोगों की जान जा रही है.
देश भर में ग्रामीण और शहरी इलाके में काम करने वाली संस्था मेडिस्केप इंडिया और व्ही डाक्टर्स संस्था की अध्यक्ष डा. सुनीता दुबे का कहना है कि ग्रामीण और दूर दराज इलाको में कोविड के मरीजो की जान बचाने के लिए एंबुलेंस और घर घर मेडिसिन किट पहुचना बहुत जरूरी है क्योकि ग्रामीण इलाके में होने वाली मौते ज्यादातर पैसे की कमी के चलते हास्पिटल तक ना जाना और जांच और ट्रीटमेंट ना होने की वजह से हो रही है जो दुखद है और इसके लिए और प्रयास जरूरी है.
तीसरी लहर के पहले भले ही शहरो में इंफ्रास्टक्चर बढा हो लेकिन ग्रामीण इलाके में अब भी कोविड की इस लड़ाई में स्वास्थ्य व्यवस्था पर काम करने की जरूरत है और एसे में संस्था ग्रामीण इलाके पर ज्यादा फोकस कर रही है जिससे कोरोना को हराया जा सके.