लक्ष्मीपुर ग्राम पंचायत क्षेत्र के पोखर भिंडा की रहने वाली उर्मिला ने पीएम मोदी के ड्रीम प्रोजेक्ट से प्रभावित होकर और ट्वायलेट की खूबियों से रूबरू होकर अपने घर में शौचालय का निर्माण कार्य पूरा कराने के लिए अपने कान का झुमका बेच दिया। गांव की इस जागरूक महिला को शौचालय निर्माण के लिए जो पैसा योजना के तहत मिला था उस पैसे में शौचालय का निर्माण होने में काफी दिक्कत आ रही थी। इसलिए उर्मिला ने अपनी झुमकी बेचकर अपना शौचालय निर्माण पूरा कराया।
मिली जानकारी के अनुसार पोखरभिंडा गांव निवासी उर्मिला देवी पत्नी श्रीराम मौर्या को भारत स्वच्छता मिशन के तहत शौचालय निर्माण के लिए बारह हजार रूपए का चेक मिला था। महिला ने शौचालय का निर्माण तो करा लिया लेकिन जो पैसा मिला था उसमें निर्माण कार्य पूरा नहीं हो सका,कुछ धन की दिक्कतें आने लगीं। जो शौचालय बना था वह सुरक्षित न दिखायी देने पर उर्मिला ने अपने पास रखे कुछ धन और खर्च करने का निर्णय लिया।
गरीबी में जीवन यापन कर रही उर्मिला अनपढ़ भले ही है लेकिन मोदी की ड्रीम प्रोजेक्ट ओ.डी.एफ. से भली भांति परिचित है,लेकिन उसके पास पैसे नहीं थे। तब उसने अपने कान झुमका बेचने का निर्णय ले लिया। उर्मिला ने भारतीय समाचार को बतायीं की अपनी झुमकी मैंने 12 हजार रूपये में एक स्वर्णकार के हाथ बेच दी और शौचालय को पूरी तरह से सुरक्षित बनाने का निर्णय लिया। उर्मिला का कहना है कि शौचालय सुरक्षित रहेगा तो घर स्वच्छ रहेगा। स्वच्छता रहेगी तो बीमारी दूर होंगी।
वहीँ ग्राम प्रधान दीनानाथ यादव का कहना है की दिए गए बजट में मानक के अनुसार शौचालय का निर्माण पूरा हो गया था। लेकिन महिला को शौचालय घर को और अच्छे से मेंटेंस करना था इसलिए उसने अपने झुमके बेच दिये।