कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में एक समारोह के दौरान महात्मा गांधी के खिलाफ की गई कथित टिप्पणियों की आलोचना की और राष्ट्रपिता को उद्धृत करते हुए सोमवार को कहा कि उनके विचारों को कैद नहीं किया जा सकता.
वायनाड से लोकसभा सांसद राहुल ने हिंदू धार्मिक नेताओं के एक वर्ग द्वारा रविवार को रायपुर में एक धार्मिक समारोह के दौरान महात्मा गांधी के हत्यारे नाथूराम गोडसे की प्रशंसा किए जाने की घटना के मद्देनजर यह टिप्पणी की.
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष ने महात्मा गांधी को उद्धृत करते हुए कहा, ‘‘आप मुझे जंजीरों में जकड़ सकते हैं, मुझे यातना दे सकते हैं, इस शरीर को नष्ट कर सकते हैं, लेकिन आप मेरे विचारों को कभी कैद नहीं कर सकते.’’
उल्लेखनीय है कि रायपुर के रावणभाठा मैदान में दो दिवसीय ‘धर्म संसद’ के अंतिम दिन हिंदू धार्मिक नेता कालीचरण महाराज ने अपने भाषण के दौरान राष्ट्रपिता के खिलाफ कथित ‘‘अपमानजनक’’ टिप्पणी की थी. उन्होंने लोगों से कहा था कि उन्हें धर्म की रक्षा के लिए एक कट्टर हिंदू नेता को सरकार के मुखिया के तौर पर चुनना चाहिए.
इससे पहले, यति नरसिंहानंद गिरि ने गोडसे को सत्य और धर्म का प्रतीक बताते हुए उसकी प्रशंसा की थी।