बिहार (Bihar) के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (Nitish Kumar) की पार्टी जदयू (JDU) ने प्रदेश में राजद का मुकाबला करने के लिए ‘भय बनाम भरोसा’ का मंत्र दिया है.
तबलीगी जमात के मुखिया मौलाना मोहम्मद साद कंधावली की आलोचना करना भारतीय जनता पार्टी के स्थानीय नेता को महंगा पड़ गया. मामला बिहार के शेखपुरा जिले का है.
राबड़ी देवी ने यह राजनीतिक मोर्चा तब खोला है जब भारतीय जनता पार्टी के हिसुआ विधायक और विधानसभा में अपने पार्टी के सचेतक अनिल सिंह द्वारा अपने पुत्र को कोरोना लॉकडाउन के दौरान कोटा राजस्थान से ले आने के बाद पहले विधायक को ई-पास निर्गत करनेवाले नवादा सदर अनुमंडल अधिकारी अनु कुमार, फिर विधायक के वाहनचालक शिवमंगल चौधरी और विधायक के सुरक्षाकर्मियों शशि कुमार और राकेश कुमार को निलंबित कर दिया.