देश में लगातार तीसरे दिन कोविड-19 (Covid-19) के 20 हजार से कम नए मामले सामने आने के बाद देश में संक्रमण के मामले बढ़कर 1,03,40,469 हो गए, जिनमें से 99.46 लाख से अधिक लोग संक्रमण मुक्त हो चुके हैं. वहीं नमूनों के संक्रमित आने की दर भी गिरकर 5.89 प्रतिशत हो गई है.
केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से सुबह आठ बजे जारी किए गए आंकड़ों के अनुसार देश में एक दिन में कोविड-19 के 16,504 नए मामले सामने आए. इससे पहले करीब 187 दिन बाद 29 दिसम्बर को 16,432 नए मामले सामने आए थे. वहीं 214 और लोगों की मौत के बाद मृतक संख्या बढ़कर 1,49,649 हो गई.
आंकड़ों के अनुसार कुल 99,46,867 लोगों के संक्रमण मुक्त होने के साथ ही देश में मरीजों के ठीक होने की दर बढ़कर 96.19 प्रतिशत हो गई. वहीं कोविड-19 से मृत्यु दर 1.45 प्रतिशत है.
देश में लगातार 14 दिनों से कोविड-19 के उपचाराधीन मामलों की संख्या तीन लाख से कम है. अभी कुल 2,43,953 लोगों का कोरोना वायरस संक्रमण का इलाज चल रहा है, जो कुल मामलों का 2.36 प्रतिशत है.
भारत में सात अगस्त को संक्रमितों की संख्या 20 लाख, 23 अगस्त को 30 लाख और पांच सितम्बर को 40 लाख के पार चली गई थी.
वहीं, संक्रमण के कुल मामले 16 सितम्बर को 50 लाख, 28 सितम्बर को 60 लाख, 11 अक्टूबर को 70 लाख, 29 अक्टूबर को 80 लाख और 20 नवम्बर को 90 लाख और 19 दिसम्बर को एक करोड़ के पार चले गए थे.
भारतीय आयुर्विज्ञान परिषद (आईसीएमआर) के अनुसार तीन जनवरी तक कुल 17,56,35,761 नमूनों की कोविड-19 संबंधी जांच की गई, जिनमें से 7,35,978 नमूनों की जांच रविवार को की गई.
मंत्रालय ने कहा, ‘‘ पिछले 11 दिनों में एक करोड़ नमूनों की जांच की गई है. अधिक जांच करने के साथ ही नमूनों के संक्रमित पाए जाने की दर गिरकर 5.89 प्रतिशत हो गई है.’’
आंकड़ों के अनुसार, पिछले 24 घंटे में जिन 214 लोगों की मौत हुई, उनमें से महाराष्ट्र के 35, पश्चिम बंगाल के 26 , केरल के 25 , उत्तर प्रदेश के 16 और दिल्ली, छत्तीसगढ़ तथा मध्य प्रदेश के 14-14 लोग थे.
मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार, देश में वायरस से कुल 1,49,649 लोगों की मौत हुई है, जिनमें से महाराष्ट्र के 49,666 , तमिलनाडु के 12,156 , कर्नाटक के 12,107 , दिल्ली के 10,585, पश्चिम बंगाल के 9,792 , उत्तर प्रदेश के 8,403 , आंध्र प्रदेश के 7,115 और पंजाब के 5,376 लोग थे.
स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि अभी तक जिन लोगों की मौत हुई, उनमें से 70 प्रतिशत से ज्यादा मामलों में मरीजों को अन्य बीमारियां भी थीं.