इस वर्ष शारदीय नवरात्र का प्रारम्भ 10 अक्टूबर बुधवार से शुरू हो रहा है।चित्रा नक्षत्र एवं वैधृति योग में नवरात्र आरम्भ होने के कारण नवरात्र की कलश स्थापना अभिजीत मुहूर्त मध्याह्न 11 बजकर 36 मिनट से लेकर 12 बजकर 24 मिनट के बीच में किया जाएगा।
छत्तीसगढ़ में एक ऐसा भी मंदिर है, जो साल के 365 दिनों में महज 12 घंटों के लिए खुलता है। इस मंदिर की सबसे बड़ी ख़ासियत ये है कि यहाँ आने वाले श्रद्धालु रेंगते हुए देवी के दर्शनों के लिए पहुंचतें हैं।
27 अक्टूबर शनिवार को करवा चौथ का पर्व मनाया जाएगा। यह त्यौहार प्रत्येक वर्ष भारत की विवाहित महिलाओं द्वारा मनाया जाता है। विवाहित महिलाएँ पूरे दिन का उपवास रखती हैं ,यह व्रत सुबह सूर्योदय के साथ शुरु होता है और चन्द्रोदय के बाद खत्म होता है।
सुहागन महिलाएं अपने पति की लम्बी उम्र के लिए हरतालिका तीज का व्रत रखती हैं। लेकिन अगर इस व्रत को विधि विधान और नि:स्वार्थ भाव से किया जाए, तो माता पार्वती जी और देवाधिदेव महादेव भगवान शिव व्रतधारी महिलाओं की हर मनोकामना को पूरी करते हैं।
श्रावण मास की शुक्ल पक्ष की पञ्चमी तिथि का हिन्दू धर्म शास्त्रों में बड़ा ही काफी महत्व होता हैं। इस दिन हिन्दू धर्म के लोग पूरे विधि सम्मत नाग देवता की पूजा अर्चन कर परिवार के खुशहाली एवं तरक्की की कामना करते हैं।
11 अगस्त 2018 (शनिवार) को साल का तीसरा व अंतिम सूर्य ग्रहण होगा। साल का तीसरा व अंतिम सूर्य ग्रहण नार्थ अमेरिका, कनाडा, रुस, पूर्वी एशिया, कोरिया, नार्थ यूरो, ग्रीन लैंड, आइस लैंड मे दिखाई देगा।
कई बार कुंडली में दोष, या किसी अन्य कारणों की वजह से शादी के लिए रिश्ता तय होने में परेशानी होने लगती है। इस समस्या का समाधान के लिए अगर आप करेंगे विभिन्न उपाय तो निश्चय ही होगा समस्या का समाधान।
महिलाओं को शिवलिंग के करीब जाने की आज्ञा भी नहीं होती है। ऐसा इसलिए क्योंकि भगवान शिव बेहद गंभीर तपस्या में लीन रहते हैं। देवों के देव महादेव की ध्यान भंग न हो जाए इसलिए महिलाओं को शिवलिंग की पूजा न करने के लिए कहा गया है। जब शिव की ध्यान भंग होती है तो वे क्रोधित हो जाते हैं।