महराजगंज जिले के कोतवाली थाना क्षेत्र के पञ्च रुखिया गोली काण्ड के मामले में योगी आदित्यनाथ के खिलाफ दायर पुनरीक्षण याचिका की अपील को इलाहाबाद उच्च न्यायालय ने खारिज कर दिया है।
उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव को एक बार फिर से समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष चुना गया है। हालाकिं सूत्रों के हवाले से बताया जा रहा है कि अखिलेश को इस बार अपने पिता मुलायम सिंह यादव और चाचा शिवपाल सिंह यादव से भी समर्थन मिला है।
उत्तर प्रदेश विधान सभा चुनाव में बीजेपी इतने प्रचंड बहुमत से जीती कि विपक्ष का सफाया हो गया। दूसरे नंबर पर रहने वाली समाजवादी पार्टी को महज़ 47 सीटें ही मिलीं। लेकिन अखिलेश यादव ने एक बार फिर पार्टी में अपनी मर्जी से विपक्ष का नेता चुन लिया है। ये आज़म खां या फिर शिवपाल न होकर 70 साल के रामगोविन्द चौधरी है। जो इस बार बलिया की बांसडीह सीट से आठवीं बार विधायक बने हैं।
उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के तहत मुख्यमंत्री अखिलेश यादव और कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने 10 सूत्री एजेंडा पेश किया है, इस 10 सूत्री एजेंडा को 'प्रगति के 10 कदम' नाम दिया गया है। इस मौके पर अखिलेश यादव ने सपा-कांग्रेस की सरकार बनने पर विकास के 10 कदम उठाने का वादा किया।
समाजवादी पार्टी में चल रही नूरा कुश्ती के बीच यह साफ हो गया है कि पार्टी के अब दो हिस्से हो चुके हैं। एक हिस्सा अखिलेश को पसंद करता है तो दूसरा हिस्सा मुलायम सिंह यादव को। ऐसे में अब वर्चस्व की इस लड़ाई में अगर दोनों खेमों ने समाजवादी पार्टी के चुनाव चिन्ह 'साइकिल' पर अपना हक जताने की कोशिश की, तो हो सकता है कि विधानसभा चुनाव से पहले सपा के चुनाव चिह्न 'साइकिल' पर ही बैन लग जाए।
समाजवादी पार्टी से बाहर किये गये अमर सिंह ने कहा है कि वह पार्टी प्रमुख मुलायम सिंह यादव के साथ थे और हमेशा रहेंगे। कि वे मुलायम के लिए विलेन बनने को तैयार हैं। एक जनवरी को अखिलेश ने पार्टी अध्यक्ष बनते ही अमर सिंह को पार्टी से बाहर निकाल दिया था।
उत्तर प्रदेश में साल २०१७ में होने वाले विधानसभा चुनाव की तैयारियों में बीजेपी जोरशोर जुट गयी है। चुनाव तैयारियों के मध्येनजर बीजेपी वोटरों को लुभाने के लिए कमल मेला लगाने की तयारी कर रही है।कमल मेला उत्तर प्रदेश के हाथरस, पीलीभीत, बिजनौर, रामपुर, लखीमपुर खीरी, हरदोई, कौशांबी और मिर्जापुर सहित 20 जिलों में लगाए जाएंगे।