महिलाओं को शिवलिंग के करीब जाने की आज्ञा भी नहीं होती है। ऐसा इसलिए क्योंकि भगवान शिव बेहद गंभीर तपस्या में लीन रहते हैं। देवों के देव महादेव की ध्यान भंग न हो जाए इसलिए महिलाओं को शिवलिंग की पूजा न करने के लिए कहा गया है। जब शिव की ध्यान भंग होती है तो वे क्रोधित हो जाते हैं।
श्रावण कृष्ण पक्ष की तृतीया तिथि, धनिष्ठा नक्षत्र व सौभाग्य योग के अद्भुत संयोग में सावन महीने के पहले सोमवार (सोमवारी श्रावण) को शिवमंदिरों और शिवालयों में श्रद्धा और आस्था का सैलाब उमड़ पड़ा।
साल 2018 का श्रावण मास 28 जुलाई शनिवार को श्रवण नक्षत्र (चंद्र नक्षत्र) में आरंभ हो रहा है। शनि इस संवत्सर का मंत्री और भगवान शंकर के गण भी हैं। चंद्रमा भगवान शंकर को अति प्रिय है और मानसिक शांति देने...